Navjot Singh Sidhu
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    चंडीगढ़: पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू को पार्टी आलाकामन के सामने झुकना पड़ा है। इसी के साथ उन्होंने अपना इस्तीफा भी वापस ले लिया है। शुक्रवार को चंडीगढ़ में आयोजित प्रेस वार्ता में सिद्धू ने इस बात की जानकारी दी। ज्ञात हो कि, अटॉर्नी जनरल की नियुक्त को लेकर सिद्धू और मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के बीच ठन गई थी, जिसके बाद उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। हालांकि, उन्होंने साफ़ कह दिया है कि, जब तक अटॉर्नी जनरल नहीं बदला जायेगा वह प्रदेश अध्यक्ष का पद नहीं संभालेंगे। 
     
    सिद्धू ने कहा, “मैंने अपना इस्तीफा (पंजाब कांग्रेस प्रमुख के रूप में) वापस ले लिया है।” उन्होंने कहा, “कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने चंडीगढ़ में कहा, “नए अटॉर्नी जनरल की नियुक्ति के बाद मैं पदभार ग्रहण करूंगा। यह (इस्तीफा) व्यक्तिगत अहंकार का मामला नहीं था, बल्कि हर पंजाबी का हित था।”

    नवजोत ने मुख्यमंत्री चन्नी के साथ हुई बात को लेकर कहा, “मैं उनसे लंबे समय से मिल रहा हूं। मैं उनसे पिछले 1 महीने से बात कर रहा हूं। पहली बैठक पंजाब भवन में थी, उस समय बात यह थी कि पैनल (डीजीपी पर) आएगा और एक हफ्ते में चीजें तय हो जाएंगी। 90 दिन की सरकार है, 50 दिन हो गए।”

     
    उन्होंने कहा, “व्यक्तिगत कुछ भी नहीं है। मैं उनसे राज्य के लिए बात करता हूं। राज्य के लिए जो भी अच्छा किया जा सकता है, उसके लिए मैं उनसे बात करता हूं। मेरा चरणजीत चन्नी से कोई मतभेद नहीं है, बिल्कुल भी नहीं। मैं जो कुछ भी करता हूं पंजाब के लिए करता हूं। मैं पंजाब के लिए खड़ा हूं। पंजाब मेरी आत्मा है। यही है लक्ष्य।”

    अमरिंदर सिंह ने नहीं की कार्रवाई 

    नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा, “पिछले 4.5 वर्षों के दौरान, मैंने शराब, बस आदि जैसे कई मुद्दों को उठाया है। सीएम के पास केंद्रीकृत शक्ति थी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की। मुझे किसी पद का लालच नहीं है लेकिन मैं केवल पंजाब के लोगों के अधिकारों के लिए लड़ता हूं। 2022 के चुनाव में कांग्रेस को 80-100 सीटें दिलाऊंगा।”