Chief Minister Ashok Gehlot

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    जयपुर: 15 अगस्त  को रामनिवास बाग के अल्बर्ट हॉल में एक अनूठे कार्यक्रम का आयोजन किया गया। स्वराज-75 (Swaraj-75) नाम से आयोजित किए गए इस कार्यक्रम में सन 1857 के विद्रोह से लेकर सन 1947 में देश आजाद होने के समय तक चले स्वतंत्रता संग्राम में योगदान करने वाले हर वर्ग के प्रमुख क्रांतिकारियों के परिजनों को आमंत्रित किया गया था। साथ ही आजाद भारत की रक्षा के लिए अपने अद्भुत शौर्य और पराक्रम का परिचय देने वाले परमवीर चक्र विजेताओं और उनके परिवार को भी आमंत्रित किया गया था। आयोजकों के मुताबिक, स्वतंत्र भारत के इतिहास में यह पहला मौका है, जबकि देश के नामचीन क्रांतिकारियों के परिजनों और परमवीर चक्र विजेताओं की किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में एक साथ एक मंच पर उपस्थिति संभव हो पाई है।

    भारत अमृत महोत्‍सव अलंकरण के तहत, परमवीर चक्र विजेताओं और क्रातिकारियों के परिजनों का राज्यपाल कलराज मिश्र (Governor Kalraj Mishra) और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ( Chief Minister Ashok Gehlot) ने दुपट्टा पहनाकर और स्मृति चिन्ह देकर सम्‍मानित किया। राज्यपाल कलराज मिश्र और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत स्वाधीनता दिवस पर भारत अमृत महोत्सव समिति, जयपुर की ओर से आयोजित इस स्वराज-75 कार्यक्रम में सम्मिलित होने के लिए एक साथ ही अल्बर्ट हॉल, रामनिवास बाग पहुंचे।

    स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया

    उन्होंने महारानी लक्ष्मीबाई, मंगल पाण्डे, तात्या टोपे, बहादुरशाह जफर, बिरसा मुण्डा, रामप्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्ला खां, राजेन्द्र नाथ लाहिड़ी, रामकृष्ण खत्री, शचीन्द्र नाथ बख्शी, भगत सिंह, सुखदेव थापर, राजगुरु, लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक, लाला लाजपतराय, वीर सावरकर, महावीर सिंह, ऊधम सिंह, लाला हरिराम बहल, शहीद रामकिशन, ठाकुर रोशन सिंह, पं. अर्जुनलाल सेठी, केसरी सिंह बारहठ, ठाकुर कुशल सिंह, गोविन्द गुरु, शहीद दुर्गा सिंह के वंशजों और परिजनों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने राजस्थान के स्वतंत्रता सेनानी कालिदास स्वामी, हुकुमचंद सैनी, रामजीलाल यादव, ओमप्रकाश पाण्डे, रामू सैनी का भी स्मृति चिन्ह भेंट कर अभिनन्दन किया। इस अवसर पर राजस्थान के परमवीर चक्र विजेता पीरू सिंह, शैतान सिंह, होशियार सिंह के परिजनों, पुलवामा में शहीद हुए जवानों के परिजनों और शहीद अमित भारद्वाज, हिम्मत सिंह, अभय पारीक, योगेश अग्रवाल, जगदीश यादव के परिजनों को भी कार्यक्रम में सम्मानित किया गया।

    परमवीर चक्र विजेताओं को सौंपे 5-5 लाख रुपए के चेक

    कार्यक्रम में परमवीर चक्र विजेता बाना सिंह, योगेन्द्र सिंह यादव, संजय कुमार, वीर चक्र विजेता विंग कमाण्डर अभिनंदन वर्तमान और देश के पहले सीडीएस रहे शहीद जनरल विपिन रावत की सुपुत्री कृतिका रावत को भी सम्मानित किया गया। पाकिस्तान में एयर स्ट्राइक के अगले दिन पाकिस्तान के एफ-16 लड़ाकू विमान को गिराने वाले हीरो ग्रुप कैप्टन अभिनंदन वर्धमान को सम्मानित किया गया। वहीं, सीडीएस विपिन रावत को शहीद होने के बाद भारत अमृत अलंकरण सम्मान दिया गया। 5-5 लाख रुपए के चेक जयपुर के नागरिकों की ओर से पांचों वीरों और उनके परिवार को दिए गए। कार्यक्रम में सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड, पैरालिम्पियन देवेन्द्र झाझड़िया, महापौर जयपुर ग्रेटर डॉ. सौम्या गुर्जर, महापौर जयपुर हेरिटेज मुनेश गुर्जर सहित बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित रहे।

    क्रांतिकारी परिवारों पर पुष्पवर्षा

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    कार्यक्रम की शुरुआत से पहले क्रांतिकारी परिवारों के सदस्यों को बग्गी में बैठाकर स्वराज यात्रा निकाली गई। यात्रा सोमवार शाम को जलेबी चौक से शुरू होकर त्रिपोलिया गेट होते हुए रामलीला मैदान पहुंची। शहर के ताड़केश्वर मंदिर में दर्शन करने के बाद खुली बग्घी में बैठे क्रांतिकारी परिवारों पर अल्बर्ट हॉल तक रास्ते में शहरवासियों द्वारा जगह-जगह पर पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया। क्रांतिकारी परिवारों के साथ ही शहीदों के परिवारों को भी बग्गी में बिठाकर स्वराज यात्रा में शामिल किया गया। क्रांतिकारी परिवारों के सदस्य, रिटायर्ड फौजी और शहीदों के परिवारों को सम्मानित किया गया है। स्वराज यात्रा के साथ बलवंत व्यायामशाला के पहलवानों ने अपने करतव दिखाए।शाही लवाजमे और बैंड की धुन के साथ यह देशभक्ति प्रोग्राम आयोजित किया गया। क्रांतिकारी परिवारों और शहीदों के परिजनों की अगवानी करने के लिए बड़ी संख्या में युवाओं की ओर से बाइक रैली भी निकाली गई। इस मौके पर क्रांतिकारी परिवारों के सदस्यों ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि इस तरह के कार्यक्रम होने चाहिए। 

    अमृत महोत्सव की गरिमा देखते ही बनती है

    मुगल बादशाह बहादुर शाह जफर की पड़पौत्र वधू समीना खान ने बताया कि जयपुर के लोगों ने हमें बहुत प्यार और सम्मान दिया है। आजादी के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में मनाए जा रहे अमृत महोत्सव की गरिमा देखते ही बनती है। जयपुर में क्रांतिकारी परिवारों के सम्मान में बहुत अच्छा कार्यक्रम किया गया है। शहीदों के सम्मान में इस तरह के प्रोग्राम जगह-जगह होने चाहिए। जिन्होंने देश के लिए बलिदान दिया है उन्हें याद जरूर करना चाहिए। क्रांतिकारी परिवारों को सम्मान देकर जो काम जयपुर के लोग कर रहे हैं, यह सरकारों का काम है।                 

    कैलाश खेर के सुफियाना संगीत ने समा बांधा

    आजादी के अमृत महोत्सव आयोजन समिति के संयोजक गोपाल शर्मा ने सभी अतिथियों का अभिवादन किया। इसके बाद गायक कैलाश खेर के सूफियाना देशभक्ति संगीत की स्‍वरलहरियों से रामनिवास बाग गूंज उठा। करीब 1 लाख से ज्‍यादा जयपुरवासियों हैं ने इस शानदार समारोह का आनंद लिया। कैलाश खेर अपनी खास गायन शैली और भगवान शिव के भजन और राष्ट्रीयता से ओत-प्रोत गीतों के लिए जाने जाते हैं। समारोह में क्रांतिकारियों के परिजनों और परमवीरों को सम्मानित किए जाने के बाद कैलाश खेर के देशभक्ति के गीतों का दौर शुरू हुआ जिसने समा बांध दिया।