देहरादून. उत्तराखंड सरकार (Uttarakhand government) ने सोमवार को आपदा प्रभावितों (disaster affected) को विभिन्न मदों में दी जाने वाली सहायता राशि में वृद्धि कर दी। प्रभावित परिवारों को कपड़े, बर्तन व घरेलू सामान के लिए दी जाने वाली सहायता राशि बढ़ाकर दी गई है। जबकि पूर्ण क्षतिग्रस्त मकान के लिए सहायता राशि बढ़ाकर डेढ़ लाख रुपये प्रति भवन कर दी गई है। इस बात की जानकारी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दी।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा, “प्रदेश में आई आपदा के बाद अब हम चाहते हैं कि पुनर्निर्माण का काम तेज़ी से हो इसके लिए एक उच्च स्तरीय कमेटी का निर्माण किया जाएगा। आपदा से हुए नुक़सान का हम आकलन कर रहे हैं।”
We'll constitute a high-power committee to monitor reconstruction work of the damage caused by the calamity. The committee will also look after the relief work and relief assistance given to the affected people. We are assessing the damage caused by the disaster: Uttarakhand CM pic.twitter.com/mjYTjrC9F7
— ANI (@ANI) October 25, 2021
मुख्यमंत्री ने कहा SDRF के मानकों के अनुसार जिन घरों में पानी घुस गया है या फिर सामान ख़राब हो गया है, हमने उस राशि को 3,800 रुपए से बढ़ाकर 5,000 रुपए कर दिया। पक्के और कच्चे भवन जो क्षतिग्रस्त हुए हैं, उसमें राशि को 95,000 से बढ़ाकर 1,50,000 रुपए कर दिया है। पहले पहाड़ी क्षेत्रों में एक लाख एक हजार 900 रुपये प्रति भवन सहायता राशि देने का प्रावधान था।
मुख्यमंत्री धामी ने आगे कहा, “जिन घरों की आंशिक क्षति हुई है उस राशि को 5,200 रुपए से बढ़ाकर 7,500 रुपए करने का निर्णय लिया है। जिन कच्चे भवन और झोपड़ियों को 15% का नुक़सान हुआ है उस राशि को 3,200 रुपए से बढ़ाकर 5,000 रुपए कर दिया गया है।
इसी प्रकार, भूमि क्षति के लिए राहत राशि न्यूनतम एक हजार रुपये दी जाएगी । इसके अलावा, घर के आगे या पीछे का आंगन व दीवार क्षतिग्रस्त होने को भी आंशिक क्षतिग्रस्त माना जाएगा। पहले इस पर सहायता नहीं दी जाती थी। इसके अतिरिक्त, 18 और 19 अक्टूबर को अतिवृष्टि से आई आपदा में खराब हो गए घरों के बाहर लगे बिजली के मीटरों को ऊर्जा विभाग को निशुल्क बदलने का निर्देश भी दिया गया है।