(Image-Faceboook-Bijay Shankar Das)
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    नई दिल्ली: ओडिशा से एक होश उड़ा देने वाली खबर सामने आयी है। आप ही सोचिए अगर शादी में खुद दूल्हा ही न पहुंचे तो क्या होगा? जी हां ऐसा ही कुछ ओडिशा में हुआ है जहां एक विधायक (MLA) खुद के शादी (Wedding) में नहीं पहुंचा। इसके बाद दुल्हन (Bride) ने दूल्हे के खिलाफ FIR दर्ज करा दी है। आइए जानते है आखिर क्या है पूरा मामला… 

    ओडिशा का अजीबपगरीब मामला 

    इससे भी ज्यादा हैरानी की बात तो यह है कि जब दुल्हन ने एफआईआर दर्ज करा दी, तो विधायक महोदय नींद से उठे और बोले, कि यार-किसी ने मुझे बताया ही नहीं कि आज शादी की तारीख थी। बता दें कि चौंकाने वाला ये पूरा मामला है ओडिशा के जगतसिंहपुर जिले का है जहां सदर थाने में सत्ताधारी बीजू जनता दल के युवा विधायक और छात्र नेता बिजय शंकर दास की कथित दुल्हन थाने पहुंच गई थी। इस मामले ने सबको चौंका दिया है।

    अपनी ही शादी में नहीं पहुंचा दूल्हा, फिर ..

    मिली जानकारी के मुताबिक, जगतसिंहपुर सदर थाने में एक महिला ने शिकायत दर्ज कराई कि उसका होने वाला 30 साल का विधायक दूल्हा शादी के दिन ही शादी वाली जगह नहीं पहुंचा। महिला ने विधायक बिजय शंकर दास पर आरोप लगाया है कि उन्होंने उसके साथ वादाखिलाफी की है।  तीन साल तक रिश्ते में दोनों रहे हैं और जब शादी के लिए वो तैयार भी हुए, तो तय समय पर वहां आना ही भूल गए। 

    दूल्हे के खिलाफ मामला दर्ज 

    इसके बाद जगतसिंहपुर सदर थाने में आरोपी विधायक के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की अलग-अलग धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।  जगतसिंहपुर सदन थाने के प्रभारी निरीक्षक प्रवास साहू ने एफआईआर की पुष्टि की है। महिला ने शिकायत में कहा है कि महिला और विधायक ने 17 मई को विवाह पंजीयक के कार्यालय में आवेदन किया था। इसके बाद महिला अपने परिवार के साथ 30 दिनों के निर्धारित समय के बाद शुक्रवार को शादी की औपचारिकताओं के लिए वहां पहुंची, लेकिन विधायक बिजय शंकर दास नहीं आए।  

    विधायक भूल गए खुद की शादी 

    इस बारे में जब आरोपित विधायक बिजय शंकर दास से मीडिया ने बातचीत की तो उन्होंने शादी से मना नहीं किया। बल्कि उन्होंने तो कहा कि किसी ने बताया ही नहीं कि आज उनकी शादी भी है। हालांकि बिजय शंकर ने ये भी कहा कि वो महिला से शादी करेंगे और शादी के 60 दिनों के भीतर शादी का पंजीकरण करवा सकते हैं। 

    सफाई में विधायक ने कहा-

    उन्होंने कहा, ‘शादी के पंजीकरण के लिए और 60 दिन बाकी हैं। इसलिए, मैं नहीं आया। मुझे उसने या किसी और ने विवाह पंजीयक के कार्यालय जाने के लिए सूचित नहीं किया।’ वहीं, महिला का कहना है कि विधायक ने उनका फोन ही उठाना बंद कर दिया था, इसलिए मजबूरी में उसे पुलिस की शरण लेनी पड़ी। ऐसे में इस मामले ने स्थानीय लोगों को चौंका दिया है।