कोलकाता: बॉलीवुड सुपरस्टार और भारतीय जनता पार्टी के नेता मिथुन चक्रवर्ती को अदालत से बड़ी राहत मिली है। गुरुवार को कलकत्ता उच्च न्यायालय की जस्टिस कौशिक चंदा पीठ ने अभिनेता के खिलाफ दर्ज एफआईआर और जांच पर स्टे लगा दिया है। अदालत ने यह आदेश विधानसभा चुनाव के दौरान एक रैली में दिए विवादित बयान को लेकर दर्ज कराई शिकायत पर दी है।
दरअसल, 2020 विधानसभा चुनाव में अभिनेता ने कोलकाता के मैदान में आयोजित एक सभा को संबोधित किया था। इस दौरान उन्होंने ममता बनर्जी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। मिथुन के इस बयान के बाद तृणमूल कांग्रेस ने उनके खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी।
अदालत ने एक ओर जहां दर्ज एफआईर को रद्द कर दिया, वहीं पुलिस द्वारा की जारही जांच पर भी रोक लगा दी है। अदालत के इस आदेश से जहां अभिनेता को बड़ी राहत मिली हैं, वहीं तृणमूल कॉग्रेस को एक बड़ा झटका लगा है।
Calcutta High Court Justice Kaushik Chanda bench quashes FIR against actor & BJP leader Mithun Chakraborty over his controversial speech during the West Bengal election campaign. Further investigation has also stayed.
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— ANI (@ANI) December 9, 2021
मालूम को कि, मिथुन पूर्व में तृणमूल कांग्रेस के सदस्य थे। उन्हें मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का बेहद खास माना जाता था। वहीं मिथुन टीएमसी से राज्यसभा के सांसद भी रह चुके हैं। हालांकि, शारदा चिटफंड में नाम आने के बाद उन्होंने टीएमसी सहित राज्यसभा की सदस्य्ता से इस्तीफा दे दिया था। वहीं 2020 के विधानसभा चुनाव के समय वह प्रधानमंत्री मोदी की मौजूदगी में भाजपा में शामिल हो गए थे।