Tista-Sitalwad
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    मुंबई: गुजरात दंगों में तीस्ता सीतलवाड़ की भूमिका को लेकर सुप्रीम कोर्ट द्वारा की गई टिप्पणी के बाद गुजरात एटीएस ने उन्हें हिरासत में ले लिया है। शनिवार को गुजरात एटीएस की दो टीम तीस्ता के जुहू स्थित उनके आवास में पहुंची और उन्हें हिरासत में ले लिया गया। इसके बाद वह उन्हें सांताक्रुज पुलिस स्टेशन लेकर पहुंची है। मिल रही जानकारी के अनुसार गुजरात एटीएस उन्हें अहमदाबाद ले जारही है। 

    सीतलवाड़ के पति जावेद आनंद इस बात की पुष्टि की है। तीस्ता के वकील ने बताया है कि, फर्जीवाड़े के आरोप में शनिवार को भारतीय दंड संहिता की धारा 468 के तहत अहमदाबाद में प्राथमिकी दर्ज की गयी। जिसको लेकर पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया है। पुलिस उन्हें गिरफ्तार कर अहमदाबाद ले जाना चाहती है।

    तीस्ता सीतलवाड़ के एनजीओ ने बनाया दवाब 

    इसके पहले शनिवार को एएनआई को दिए अपने इंटरव्यू में गृहमंत्री अमित शाह ने तीस्ता सीतलवाड़ का जिक्र किया था। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी को कोट करते हुए कहा था कि, “मैंने फैसला जल्दबाजी में पढ़ा है, लेकिन इसमें स्पष्ट रूप से तीस्ता सीतलवाड़ का नाम लिखा है। यह सीतलवाड़ का एनजीओ था जिसने हर पुलिस स्टेशन में भाजपा कार्यकर्ताओं को शामिल करने के लिए एक आवेदन दिया था और मीडिया द्वारा दबाव बनाया गया था। इतना विशाल कि हर आवेदन को सच माना गया।”

    ज्ञात हो कि, पूर्व कांग्रेस संसद एहसान जाफरी की पत्नी जाकिया जाफरी ने गुजरात दंगों पर बनाई एसआईटी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई थी। इस याचिका को खरिज करते हुए सर्वोच्च अदालत ने तीस्ता सीतलवाड़ और सरकरी अधिकारीयों पर कड़ी प्रतिक्रिया दी थी। अदालत ने कहा था कि, तीस्ता सीतलवाड़ सहित जिन लोगों ने गवाही दी थी। उन्होंने अदालत और कानून को गुमराह करने का प्रयास किया। एक झूठी साजिश के तहत यह सब किया गया। इसी के साथ अदालत ने तीस्ता सहित सभी को कानून के दायरे में लाने की बात कही थी।