कोच्चि. केरल में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के वायनाड (Wayanad) स्थित कार्यालय के बाहर सत्ताधारी दल माकपा की विद्यार्थी शाखा स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) के विरोध मार्च ने शुक्रवार को तब हिंसक रूप ले लिया, जब कुछ प्रदर्शनकारियों ने लोकसभा सदस्य के कार्यालय में कथित रूप से घुसकर तोड़फोड़ शुरू कर दी। इस घटना की मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कड़ी निंदा करते हुए दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की चेतावनी दी है। वहीं केपीसीसी अध्यक्ष के सुधाकरन ने इस घटना को जघन्य बताया है।
सुधाकरन ने कहा, “राहुल गांधी के कार्यालय पर हमला जघन्य है। यह एक गंदा काम है जो बाजार के बच्चे भी नहीं करते हैं। हमें आश्चर्य नहीं है कि यह सब हमारे देश में हो रहा है। हमने इस तरह की बहुत सी चीजें देखी, सुनी, अनुभव की और बची रहीं।”
It is good that the CM has condemned this. This is the first time he has said so. The CM should take action against the police officers who allowed the SFI workers to vandalise the office. Congress will not back down with such activities: KPCC President K Sudhakaran
— ANI (@ANI) June 24, 2022
सुधाकरन ने कहा, “यह अच्छा है कि सीएम ने इसकी निंदा की है। ऐसा उन्होंने पहली बार कहा है। सीएम को उन पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए जिन्होंने एसएफआई कार्यकर्ताओं को कार्यालय में तोड़फोड़ करने की अनुमति दी थी। कांग्रेस इस तरह की गतिविधियों से पीछे नहीं हटेगी।”
केपीसीसी अध्यक्ष ने कहा, “कांग्रेस के पास माकपा के किसी भी कार्यालय को तबाह करने की क्षमता और ताकत है। हम ऐसा नहीं सोचते क्योंकि यह लोकतंत्र की ओर एक कदम नहीं है। हमारे पास ऐसा करने की क्षमता है। अगर वे ज्यादा खेलेंगे तो हम भी खेलेंगे। फिर जो कुछ भी होता है उसके लिए हम जिम्मेदार नहीं हैं।”