Bihar BJP Core Committee meeting
File Photo/ ANI

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    नयी दिल्ली. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के शीर्ष नेताओं ने जनता दल (यूनाइटेड)के राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) से अलग होने और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के साथ मिलकर बिहार में महागठबंधन की सरकार बनाने के बाद अपनी भावी रणनीति को लेकर मंगलवार को पार्टी की प्रदेश इकाई के प्रमुख नेताओं के साथ बैठक की। पार्टी मुख्यालय में हो रही इस बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा भी मौजूद हैं। भाजपा के संगठन महासचिव बी एल संतोष भी इस बैठक में शामिल हैं।

    बैठक में केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे, गिरिराज सिंह और नित्यानंद राय के अलावा वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद, सुशील मोदी, नंदकिशोर यादव, बिहार के सह प्रभारी हरीश द्विवेदी भी उपस्थित हैं। इनके अलावा बिहार प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष संजय जायसवाल, पूर्व उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी तथा पूर्व मंत्री शाहनवाज हुसैन भी इस बैठक में भाग ले रहे हैं।

    पार्टी नेताओं से मिली जानकारी के मुताबिक, इस बैठक में 2024 के लोकसभा चुनाव के मद्देनजर पार्टी की भावी रणनीति पर चर्चा होगी। इस बैठक में बिहार में सांगठनिक फेरबदल की भी चर्चा हो सकती है। यह बैठक ऐसे समय में हो रही है जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को ही अपनी मंत्रिपरिषद में विस्तार किया है। उनकी मंत्रिपरिषद में 31 विधायकों को शामिल किया गया है। इनमें ज्यादातर सदस्य राजद के हैं।

    मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा नौ अगस्त को राजग से नाता तोड़ने के बाद भाजपा की यह पहली बड़ी बैठक है, जिसमें पार्टी का शीर्ष नेतृत्व भी मौजूद है। नीतीश कुमार के नेतृत्व में गठित नयी सरकार में राजद नेता तेजस्वी प्रसाद यादव को उपमुख्यमंत्री बनाया गया है। कुमार के दो सदस्यीय मंत्रिमंडल का विस्तार मंगलवार को हुआ।