Former CM Chandrababu Naidu wept in front of the cameras after he walked away from the Andhra Pradesh Assembly

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    अमरावती: तेलगु देशम पार्टी के अध्यक्ष और आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने शुक्रवार को बड़ा ऐलान कर दिया है। उन्होंने कहा कि, जब तक वह सत्ता में नहीं लौटेंगे, तब तक वह विधानसभा के अंदर कदम नहीं रखेंगे।” इसी के साथ वाईएसआर कांग्रेस के नेताओं द्वारा परिवार के लोगों पर लगाए जा रहे निजी आरोप पर वह बेहद भावुक भी हो गए। 

    नायडू ने कहा, “सत्तारूढ़ YSR कांग्रेस के सदस्यों द्वारा उनके खिलाफ लगातार इस्तेमाल किए जा रहे अपशब्दों से वह आहत हैं। नायडू ने कहा, ‘पिछले 2.5 साल से मैं अपमान सह रहा हूं लेकिन शांत रहा। आज उन्होंने मेरी पत्नी को भी निशाना बनाया है। मैं हमेशा सम्मान के लिए और सम्मान के साथ रहा। मैं इसे और नहीं सह सकता।”

    पूर्व मुख्यमंत्री ने विधानसभा की तुलना ‘कौरव सभा’ ​​से करते हुए और वाईएसआरसीपी के मंत्रियों और विधायकों द्वारा ‘बदसूरत चरित्र हनन’ के विरोध में 2024 तक इसका बहिष्कार करने का फैसला किया है।

    2019 के चुनावों में मिली थी बड़ी हार

    2019 में हुए विधानसभा चुनावों में चंद्रबाबू नायडू  की पार्टी तेलुगूदेशम पार्टी को जगन मोहन रेड्डी की वाईएसआर कांग्रेस के हाथों करारी हार का सामना करना पड़ा था। 175 सीटों वाली विधानसभा में जगन की पार्टी को जहां 151 सीटों पर जीत मिली थी, वहीं नायडू की टीडीपी सिर्फ 23 सीटों पर सिमट गई थी। एक सीट पवन कल्याण की जनसेना के खाते में गई थी।