Jharkhand Pradesh Congress

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     -ओमप्रकाश मिश्र 

    रांची: झारखण्ड प्रदेश कांग्रेस (Jharkhand Pradesh Congress) ने केंद्र (Center) की भाजपा सरकार (BJP Government) को जनविरोधी बताते हुए महंगाई, बेरोजगारी और जनहित से जुड़े ज्वलंत मुद्दों पर भाजपा सरकार के खिलाफ राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम जन-जागरण अभियान (Public Awareness Campaign) की औपचारिक शुरूआत कीI झारखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष राजेश ठाकुर, कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम, वित्तमंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव, कृषि मंत्री बादल पत्रलेख, कार्यकारी अध्यक्ष जलेश्वर महतो, शहजादा अनवर, जनजागरण अभियान के प्रदेश नियंत्रण कक्ष के संयोजक पूर्व मंत्री केशव महतो कमलेश ने पार्टी का झंडा दिखाकर जनजागरण रथ को रवाना कर औपचारिक शुभारंभ किया।  

    आज से ही प्रदेश के सभी जिलों में भी सप्ताहव्यापी जनजागरण अभियान कार्यक्रम की शुरुआत हुई, जिसमें प्रभात फेरी, पदयात्रा, पर्चा वितरण, नुक्कड़ सभा कार्यक्रम के माध्यम से जनता को जागरुक कर इसे ज़मीनी आंदोलन से जोड़ा जाएगा।

    खाद्य तेलों की कीमतें दोगुनी हो गई 

    प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि मोदी सरकार के सात वर्षों में अच्छे दिनों के नाम पर कमरतोड़ महंगाई, बेरोजगारी का उच्चतम स्तर, घटती नौकरियां, बदहाल व्यापार, अन्नदाताओं को बर्बाद करने के लिए तीन काले कृषि कानून और आत्महत्या का दंश सिर्फ हुआ है। अन्नदाता किसानों, मेहनतकश मजदूरों, दैनिक वेतनभोगियों, भारत के भविष्य छात्रों, युवा बेरोजगारों, गृहलक्ष्मी गृहिणियों, समाज के हर तबके के तरक्की के अवसर को अवसाद में बदलने का काम केंद्र सरकार ने किया है। विगत 2014 से 2020 तक मोदी सरकार के नाकाम नीतियों के कारण 9,52,875 नौ लाख बावन हजार आठ सौ पचहत्तर लोगों को आत्महत्या के लिए मजबूर होना पड़ा है। सरसों का तेल और रसोई में इस्तेमाल होने वाले अन्य खाद्य तेलों की कीमतें पिछले एक वर्ष में दोगुनी हो गईं हैं । पिछले एक महीने में मौसमी सब्जियों के दाम 40-50 फीसदी बढ़ गए हैं। 

    एलपीजी गैस की कीमतों में हुआ इजाफा

    प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि पिछले एक साल में सब्सिडी वाले एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमतें 50 फीसदी बढ़कर 900-1000 रुपए हो गए हैं उसी प्रकार पिछले 18 महीनों में पेट्रोल डीजल की कीमत क्रमशः 34 – 38 रुपए औऱ 24-38 रुपए बढ़कर 103.97 रुपए और 86.87 रुपए प्रति लीटर हो गए हैं। कमरतोड़ महंगाई, असहनीय बेरोजगारी औऱ नौकरियों के नुकसान ने आम लोगों का जीवन दूभर कर दिया हैं। महंगाई-कोरोना ने लोगों का किया जीना बेज़ार, फिर क्यों देश के गरीबों पर मोदी सरकार ने कर दिया एक और वार 30 नवंबर से फ़्री राशन योजना बंद करना देश के वंचितों-शोषितों-ग़रीबों से घोर अन्याय है। ये स्कीम 31 मार्च, 2022 तक जारी रखना ज़रूरी है। इसलिए हम राज्य के जनता से यह आग्रह करते हैं कि आइये कांग्रेस पार्टी के इस अभियान के साथ जुड़िये।

    कोरोना काल में लोगों की नौकरियां गई

    नेता विधायक दल आलमगीर आलम ने कहा कि अकेले कोविड के समय में 14 करोड़ नौकरियां चली गयी। करोड़ों दैनिक वेतनभोगी और वेतनभोगी वर्ग को 50 प्रतिशत तक कि कटौती झेलनी पड़ी है, बेरोजगारी दर 8- 9 प्रतिशत के सर्वकालिक उच्चतम स्तर पर है। ऐसे में इस जनजागरण अभियान के माध्यम से लोगों के मन मे जो गुस्सा और आक्रोश है, उन्हें मंच देने का काम करेंगे। राज्य के वित्तमंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव ने कहा कि कांग्रेस यूपीए के 10 साल के शासनकाल में 27 करोड़ लोगों को गरीबी रेखा से ऊपर उठाने का कार्य किया गया, लेकिन पिछले दो वर्षों में मोदी राज में उनमे से 23 करोड़ लोगों को पुनः गरीब बना दिया है। एक तरफ केंद्र की गलत नीतियों के कारण अर्थव्यवस्था बदहाल स्थिति में चला गया है। अब लोगों को मुखर होना जरूरी हो गया है। कृषिमंत्री बादल पत्रलेख ने कहा कि भारत मे किसान प्रतिदिन औसत मात्र 27 रुपए कमा रहे हैं जो मनरेगा मजदूरों से भी कम है। 36 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में से 22 में मनरेगा के लिए उपलब्ध धन खत्म हो गया है और इसके लिए अतिरिक्त्त 50 हज़ार करोड़ के बजट परिव्यय की आवश्यकता है जिसे उपलब्ध करने से मोदी सरकार इनकार कर रही है। अब देश के किसानों मजदूरों को मुखरता से कांग्रेस पार्टी के इस अभियान के साथ केंद्र सरकार का विरोध करना चाहिए।