पटना में बना देश सबसे लंबा स्टील ब्रिज, मुंबई की कंपनी ने 18 महिने में किया काम

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    मुंबई: बिहार (Bihar) की राजधानी पटना (Patna) में गंगा नदी (Ganga River) पर देश का सबसे लंबा स्टील ब्रिज (Steel Bridge) बन कर तैयार हो गया है। उल्लेखनीय है कि भारत में यह पहला पुल है जिसका सबस्ट्रक्चर बरकरार रखते हुए उसे स्टील डेक सुपरस्ट्रक्चर में बदल दिया गया है। इंफ़्रा क्षेत्र की जानीमानी कंपनी ऍफ़कांस के माध्यम से महात्मा गांधी सेतु (Mahatma Gandhi Setu) को पुनर्निर्मित किया गया। मात्र 13 माह में स्टील सुपरस्ट्रक्चर का निर्माण पूरा किया गया।

    लगभग 40 साल पुराना गांधी सेतु देश का पहला बैलेंस्ड कैंटिलीवर ब्रिज है जिसे तोड़कर अत्याधुनिक स्टील डेक ब्रिज में बदल दिया गया। एफकांस के प्रोजेक्ट मैनेजर एस.के. मिश्रा ने बताया कि लगभग 5.6 किलोमीटर का देश का सबसे लंबा स्टील ब्रिज बन गया है। पहले यह कांक्रीट का था, इसके पियर्स को मोडिफाई कर उस पर सुपरस्ट्रक्चर स्टील डेक बनाया गया।

    लाइफ स्पैन 100 साल  

    मिनिस्ट्री ऑफ़ रोड ट्रांसपोर्ट की तरफ से बनाए गए इस ब्रिज की उम्र बढ़ कर अब 100 साल हो गई है। एफकांस के प्रोजेक्ट मैनेजर एस.के. मिश्रा के अनुसार, पहले ट्रैफिक जाम और पुल की खराब स्थिति के कारण ब्रिज पार करने में घंटो लगते थे, लेकिन अब वाहनों से मात्र 15-20 मिनट में पुल को पार कर सकेंगे। इस पुल से प्रतिदिन लगभग एक लाख से अधिक यात्री वाहन गुजरते हैं। उत्तर और दक्षिण बिहार को जोड़ने वाले इस महत्वपूर्ण ब्रिज का उद्घाटन 7 जून को भूतल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी करेंगे।

    ब्रिज में 66,360 मीट्रिक टन स्टील

    एफकांस के प्रोजेक्ट मैनेजर मिश्रा के अनुसार, पूरे ब्रिज सुपरस्ट्रक्चर में लगभग 66,360 मीट्रिक टन स्टील का इस्तेमाल किया गया है। पुल तोड़ने की गतिविधियां 8 महीने में पूरी हुई। 50 पियर कैप मोडीफाई कर 11 महीनों में डाली गई। ईस्टर्न फ्लैंक (डाउनस्ट्रीम साइड ब्रिज) को पूरा किया गया और 18 महीने में ट्रैफिक ओपनिंग के लिए सौंप दिया गया है। मुंबई की कंपनी एफकान्स ने भारत के सबसे लंबे स्टील ब्रिज और पहले बैलेंस्ड कैंटिलीवर ब्रिज के निर्माण में सफलता पाई है।