BJP MP Sushil Modi
Photo: @ANI/ Twitter

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    पटना: बिहार में जहरीली शराब  (Poisonous liquor)  का कहर जारी है। इस बीच, भाजपा सांसद राज्य की सरकार जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि, कल मैं छपरा जहरीली शराब त्रासदी में जान गंवाने वालों के परिवारों से मिला। मरने वालों की संख्या 100 को पार कर गई है लेकिन सरकार संख्या छिपा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि, पुलिस के डर से लोग बिना पोस्टमार्टम किए अपने परिवार के सदस्यों का अंतिम संस्कार कर रहे हैं। 

    ‘…तो काफी लोगों को बचा लिया जाता’

    सुशील मोदी ने आगे कहा कि, अगर सरकार ने अस्पतालों में अच्छी व्यवस्था की होती तो काफी लोगों को बचा लिया जाता। अगर किसी व्यक्ति ने थोड़ी शराब पी ली तो उसे मरने दिया जाए, नीतीश जी ये आपकी नैतिकता नहीं हो सकती। 

    Patna, Bihar | Y’day I met the families of those who lost their lives in Chhapra hooch tragedy. The death toll has crossed 100 but the govt is hiding the numbers.Due to fear of police, people are performing last rites of their family members without postmortem: BJP MP Sushil Modi pic.twitter.com/ztryZfRHBN

    — ANI (@ANI) December 18, 2022

    व्यंग की भाषा छोड़कर दोषियों पर करें कार्रवाई 

    NHRC के छपरा शराब कांड की जांच के फैसले पर केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि, छपरा के जहरीली शराब कांड में 72 से अधिक की मृत्यु हुई है, NHRC ने स्वत: संज्ञान लिया है। राज्य सरकार आंकड़ें छिपा रही है। मैं नीतीश कुमार से आग्रह करूंगा कि आप व्यंग की भाषा छोड़कर दोषियों पर कार्रवाई कीजिए। 

    शराब कि वजह से 84 ने गवाई जान 

    उल्लेखनीय है कि, बिहार स्थित छपरा में कथित तौर पर जहरीली शराब की वजह से मरने वालों की संख्या बढ़कर 84 हो गई है। इस बीच छपरा के पुलिस अधीक्षक ने सख्त एक्शन लेते हुए इसुआपुर थानाध्यक्ष संजय राम, चौकीदार हरि राय, दफादार कृष्षा सिंह और मशरख थाना के चौकीदार रामनाथ मांझी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। बता दें कि, छह साल पहले शराबबंदी की घोषणा के बाद बिहार में मृतकों की यह संख्या सर्वाधिक बताई जा रही है।