Drown
प्रतीकात्मक तस्वीर

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    लातेहार. झारखंड के लातेहार जिले में दो स्थानों पर ‘करमा पूजा’ के बाद डाली विसर्जित करने के दौरान सात लड़कियों समेत आठ लोगों की डूबने से मौत हो गई। एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। उपायुक्त अबू इमरान ने बताया कि ये घटनाएं जिले में शेरेगाड़ा के बुकरू गांव और शिबला पंचायत के एक अन्य गांव में उस वक्त हुई जब वे करमा पूजा के बाद पेड़ की डाली विसर्जित करने एक तालाब गई थीं। इमरान ने बताया कि जिले के उप विकास आयुक्त शेखर वर्मा को बुकरू में 12 से 20 वर्ष की आयु की सात लड़कियों के डूबने की जांच करने को कहा गया है।

    राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने इस घटना पर दुख जताते हुए ट्वीट किया, ‘‘ झारखंड के लातेहार में करम डाली के विसर्जन के दौरान दर्दनाक दुर्घटना में कई लड़कियों की मौत की खबर सुनकर मैं बहुत दुखी हूं। दुख की इस घड़ी में मैं शोक संतप्त परिवारों के सदस्यों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करता हूं। ”

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘‘झारखंड के लातेहार जिले में डूबने से लड़कियों की मौत से स्तब्ध हूं। दुख की इस घड़ी में शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं।”

    मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ट्वीट किया, ‘‘लातेहार जिले के शेरेगाड़ा में करम डाली (करमा पेड़ की डालियां) विसर्जन के दौरान 7 बच्चियों की डूबने से हुई मौत की खबर सुनकर स्तब्ध हूँ। परमात्मा दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान कर शोक संतप्त परिवारों को दुःख की घड़ी सहन करने की शक्ति दें।”

    पलामू क्षेत्र के आयुक्त जटाशंकर चौधरी ने कहा कि यह घटना करम डाली को विसर्जित करने के दौरान हुई और एक दूसरे को बचाने की कोशिश के दौरान डूबी लड़कियों के शव लातेहार जिला अस्पताल भेजे गये हैं। इस त्रासदी की खबर फैलने के बाद उत्सव का माहौल उदासी में बदल गया। अधिकारियों के मुताबिक 10 लड़कियों का समूह करम डाली का विर्सजन करने तालाब में गया था, जब उनमें से दो डूबने लगीं तो उन्हें बचाने की कोशिश में सात अन्य डूब गईं, जबकि तीन अन्य लड़कियों का इलाज चल रहा है।

    उन्होंने बताया, ‘‘चार लड़कियों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तीन की बालूमाथ एचएचसी ले जाने के दौरान रास्ते में मौत हो गयी।”

    मृतकों में तीन बहनें भी शामिल हैं जिनकी पहचान रेखा कुमारी (18), रीना कुमारी (16) और लक्ष्मी कुमारी (12) के तौर पर की गई हैं। अन्य की पहचान, सुषमा कुमारी (12), पिंकी कुमारी (18), सुनिता कुमारी (20), बसंती कुमारी (12), सूरज (10) के तौर पर की गई।

    इस बीच, बुकरू में आक्रोशित ग्रामीणों ने बालूमाथ-चतरा रोड राष्ट्रीय राजमार्ग को 98 अवरूद्ध कर दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि खुदाई के लिए तालाब को चौड़ा किये जाने के कारण यह घटना हुई।

    एक अधिकारी द्वारा सातों लड़कियों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये का मुआवजा दिये जाने के आश्वासन के बाद शाम में सड़क यातायात सुचारू हो सका। करमा झारखंड का एक मुख्य त्योहार है जिसके तहत प्रकृति की पूजा की जाती है और इसे आदिवासियों द्वारा पूरे उत्साह से मनाया जाता है। (एजेंसी)