रिम्स में सेंट्रल लैबोरेटरी और कोबास 6800 लैब की स्थापना

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    ओमप्रकाश मिश्र 

    रांची. राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता (Minister Banna Gupta) ने रिम्स (RIMS) के न्यू ट्रॉमा सेंटर (New Trauma Center) के प्रथम तल पर नवनिर्मित सेंट्रल लैबोरेटरी सहित राज्यस्तरीय स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़ी 50 करोड़ की योजनाओं (Plans) का लोकार्पण किया, जबकि इसी परिषद में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Chief Minister Hemant Soren) ने राज्यवासियों को मिलने वाली नवनिर्मित स्वास्थ्य सेवाओं का ऑनलाइन उद्घाटन किया।

    इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सरकार राज्यवासियों के स्वास्थ्य को लेकर काफी गंभीर है और विभिन्न जिलों में स्वास्थ्य संबंधी सेवाओं को लेकर कई योजनाओं को प्रारंभ किया जा रहा है। कोरोना महामारी की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि कोरोना जैसी महामारी में राज्य सरकार ने सीमित संसाधनों के बावजूद अन्य राज्यों से बेहतर कार्य किया है साथ ही थर्ड वेब को लेकर हम पूरी तरह से सजग हैं। 

     स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर करने का प्रयास: अरूण कुमार सिंह

    उद्घाटन कार्यक्रम में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग के अपर मुख्य सचिव अरूण कुमार सिंह ने विभाग की योजनाओं की जानकारी देते हुए कहा कि कोविड के बचाव, रोकथाम तथा इलाज के लिए राज्य के 19 जिलों के 27 स्थलों पर पीएम केयर फंड के तहत जहां 27 पीएसए प्लांट का उद्घाटन किया गया है, वहीं जनसमुदाय को रक्त संबंधित सभी तरह की सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए रिम्स में सेंट्रल लैबोरेटरी का निर्माण किया गया है। उन्होंने बताया कि कोबास 6800 लैब की स्थापना  होने से कोविड-19 के आरटी पीसीआर सैंपल की हर दिन 1200 से ज्यादा जांच हो सकेगी। साथ ही न्यू ट्रॉमा सेंटर के प्रथम तल पर 256 स्लाईस सीटी स्कैन के अधिष्ठापन से हाई क्वालिटी ब्रेन कोरोनरी, एनजीओग्राफी के अलावा लंग्स एनलाईसिस का स्कैन की सुविधा भी मरीजों को मिल सकेगी। 

    राज्य में 5000 अतिरिक्त बेड तैयार करने का लक्ष्य 

    उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने के लिए आधारभूत संरचना का विकास किया जा रहा है। इसके लिए विभाग तैयारी कर रहा है। राज्य में 5000 अतिरिक्त बेड तैयार करने का लक्ष्य है। राज्य में करीब 21 हजार ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड तैयार किए जा चुके हैं। जमशेदपुर के एमजीएम अस्पताल की आधारभूत संरचना के विकास का खाका तैयार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य में डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ की कमी है, इसके लिए राज्य सरकार ने नियमों में शिथिलता बरती है। इस अवसर पर  विधायक  प्रदीप यादव, रिम्स निदेशक डॉ कामेश्वर प्रसाद, एनआरएचएम के भुवनेश प्रताप सिंह, आरयू के वाईस चांसलर कामिनी कुमार सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।