ओमप्रकाश मिश्र
रांची. राज्य सरकार ने झारखंड (Jharkhand) में हर्बल पार्क (Herbal Park) की स्थापना की योजना बनाई हैI हर्बल पार्क स्थापना का उद्देश्य स्थानीय लोगों में हर्बल की उपयोगिता और इससे होने वाले आय (Income) की समुचित जानकारी उपलब्ध करना हैI झारखंड सरकार (Jharkhand Government) की यह इस तरह की एक अनूठी पहल होगी, जिससे न सिर्फ वनस्पति विकसित होंगे, बल्कि इससे असाध्य बीमारियों का इलाज भी संभव होगाI साथ ही रोजगार (Employment) को भी बढ़ावा मिलेगाI
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि हर्बल के प्रति जनजागृति के लिए प्रयास शुरू किए गए हैं, जिसका उद्देश्य हर्बल खेती को बढ़ावा और हर्बल उद्योगों के क्षेत्र में अधिक से अधिक अवसर सृजन करना है। साथ ही स्थानीय लोगों द्वारा क्षेत्र में हर्बल पौधों की खेती और उपयोग को लोकप्रिय बनाना, झारखंड में पर्यटकों के आकर्षण के लिए प्रकृति आधारित हर्बल पर्यटन केन्द्र का विकास करना, हर्बल क्षेत्र में स्थायी आजीविका को बढ़ावा देना और हर्बल प्रसंस्करण उद्योग के क्षेत्र में हर्बल की खेती और उपयोग को लोकप्रिय बनाना है। मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के निर्देश पर राज्य योजनान्तर्गत उद्यान विकास के तहत हर्बल पार्क स्थापना की परिकल्पना जल्द मूर्तरूप लेगा। कृषि, पशुपालन और सहकारिता विभाग ने इस दिशा में कार्य करना आरंभ कर दिया है।
अध्ययन, अनुसंधान और पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
हर्बल पार्क स्थापना के पीछे अध्ययन, अनुसंधान और पर्यटन को बढ़ावा देना भी है। पार्क की स्थापना झारखंड के दुमका जिले में प्रस्तावित है। पार्क स्थापना के प्रारंभिक चरण में राज्य में पाए जानेवाले हर्बल पौधों की सम्पदा को संरक्षित करने का प्रयास किया जायगा, जबकि बाद के चरण में महत्वपूर्ण विदेशी और दुलर्भ हर्बल पौधों की सम्पदा को पार्क में संरक्षित किया जायगा। हर्बल पार्क का विकास एक सुन्दर मनोरंजक और आरामदेह स्थल के रूप में होगा, जहाँ कई प्रकार के मनोरंजक और ज्ञानवर्धक क्रियाकलापों के साथ हर्बल पौधों से संबंधित विभिन्न प्रकार की जानकारी प्राप्त की जा सकेगी। जो न केवल उपयोगी होंगे, बल्कि मानव जीवन के लिए लाभदायक साबित होंगे।
क्या होंगे हर्बल पार्क में
सुगंधित हर्ब गार्डन, स्पाइस हर्ब गार्डन, किचन हर्ब गार्डन, सजावटी जड़ी बूटी उद्यान, कॉस्मेटिक हर्ब गार्डन, सिंचाई नेटवर्क और सूक्ष्म सिंचाई व्यवस्था का विकास, पोस्टहार्वेस्ट जड़ी बूटी प्रसंस्करण, जड़ी बूटी तेल निष्कर्षण इकाई, हर्ब्स ऑयल डिस्टिलेशन यूनिट, आंवला जूस प्रोसेसिंग यूनिट, आंवला कैंडी बनाने की इकाई, एलोवेरा जेली और जूस प्रोसेसिंग यूनिट, जिंजर और हल्दी सुखाने की इकाई, हर्बल शैम्पू और साबुन बनाने की इकाई , हर्ब्स स्टोरेज कूलिंग यूनिट, जड़ी बूटी संरक्षण इकाई, प्रसंस्करण इकाई, हर्ब्स प्लांट नर्सरी, जैविक उर्वरक उत्पादन इकाई समेत अन्य सुविधाएं हर्बल पार्क में उपलब्ध कराई जाएंगी। हर्बल पार्क स्थापना का प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है। इसके माध्यम से स्थानीय लोगों की आजीविका सुनिश्चित करना और झारखंड में हर्बल खेती को प्लेटफॉर्म देना है। आनेवाले दिनों में पहली बार झारखंड में हर्बल पार्क की स्थापना होगी।