Grand Dhumkudiya Bhawan will be built in Karmatoli, Ranchi, CM unveils the stone plate

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    ओमप्रकाश मिश्र

    रांची. आज धुमकुड़िया भवन (Dhumkudiya Bhawan) का शिलान्यास किया जा रहा  है। सरकार (Government) का यह एक अनूठा और ऐतिहासिक कदम है। सभी लोग इस क्षण के गवाह हैं। धुमकुड़िया भवन का जल्द उद्घाटन (Inauguration)भी हो इसी सोच के साथ सरकार आगे बढ़ रही है। धुमकुड़िया शब्द में बहुत कुछ रचा-बसा है। आदिवासी समुदाय में धुमकुड़िया में ही बैठकर सभी संस्कार तय किये जाते हैं तथा उन पर चर्चा एवं विचार-विमर्श किए जाते है। धुमकुड़िया की परंपरा और संस्कृति को अक्षुण्ण रखना हम सभी की जिम्मेदारी है।

    रांची स्थित करमटोली में बनने वाले केंद्रीय धुमकुड़िया भवन के भूमि पूजन और  शिलापट्ट का अनावरण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने आज उपरोक्त बातें कहीं। सोरेन ने कहा कि पूर्वजों ने हमें सामाजिक और सांस्कृतिक धरोहरों से जोड़ा, आने वाली पीढ़ी को हम सब मिलकर जोड़ेंगे, उन्होंने कहा कि हमारे पूर्वजों ने हमें अपनी सामाजिक और  सांस्कृतिक धरोहरों के साथ यहां तक पहुंचाया है। हमारी जिम्मेदारी है कि आने वाली पीढ़ी को हम सांस्कृतिक और  सामाजिक संस्कारों के साथ आगे की राह ले चलें।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि आज इस विकास के दौर में भी आदिवासी समुदाय को जितनी ऊंचाइयों तक पहुंचना चाहिए था, वहां तक नहीं पहुंच पाया है। आदिवासी समाज को विकास की राह में गति मिले इस निमित्त हमारे सहयोगी मंत्री चंपई सोरेन के नेतृत्व में अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा धुमकुड़िया भवन का निर्माण कार्य प्रारंभ करना एक सकारात्मक पहल है। मैंने पहले भी रांची के हरमू में एक नींव रखी थी जो आज सरना स्थल के रूप में जाना जाता है।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि सामाजिक एकजुटता ही सशक्त समाज का आधार है। हमें सदैव अपने संस्कृति और सामाजिक संस्कारों से जुड़ कर रहना चाहिए। मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि लगभग डेढ़ करोड़ की राशि से बनने वाला यह धुमकुड़िया भवन का निर्माण कार्य 12 महीनों के भीतर पूरा कर लिया जाएगा। सोरेन ने आशा और उम्मीद जतायी कि राजनीति से अलग हटकर समाज के उत्थान, प्रगति एवं सकारात्मक दिशा देने के लिए हमें प्रेरित करेगा यह धुमकुड़िया भवन। मौके पर मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन एवं मंत्री चंपई सोरेन सहित जगलाल पाहन ने पूरे रीति-रिवाज के साथ भूमि पूजन कार्य संपन्न कराया।