नई दिल्ली/नूंह(हरियाणा). हरियाणा (Haryana) में गौरक्षकों द्वारा दो लोगों को कथित रूप से अगवा करने और उनकी हत्या किए जाने के मामले में अब राजस्थान पुलिस के 30-40 अज्ञात अधिकारियों के खिलाफ आरोपी की गर्भवती पत्नी से कथित तौर पर मारपीट करने का मामला दर्ज किया गया है, जिसमें गर्भपात से संबंधित समस्त धाराओं को भी शामिल किया गया है।
जानकारी दें कि, गौरक्षकों द्वारा दो लोगों को कथित रूप से अगवा करने और उनकी हत्या किए जाने के मामले में आरोपियों में से एक के परिवार ने आरोप लगाया था कि राजस्थान पुलिस के कर्मियों की पिटाई के कारण उसकी पत्नी के गर्भ में पल रहे शिशु की मौत हुई है।
A case has been registered against 30-40 unidentified officials of the Rajasthan Police for allegedly assaulting the accused’s pregnant wife, in which sections related to miscarriage have been invoked. https://t.co/jaxZMNg0JJ
— ANI (@ANI) February 22, 2023
वहीं मृत पैदा हुए शिशु की मौत के सही कारण का पता लगाने के लिए उसके शव का बीते सोमवार को पोस्टमॉर्टम होना था। दरअसल राजस्थान पुलिस की प्राथमिकी में आरोपी बनाए गए व्यक्ति की मां दुलारी देवी ने आरोप लगाया कि पिटाई के कारण उसकी बहू के गर्भ में पल रहे शिशु की मौत हो गई थी। हालांकि, राजस्थान पुलिस ने महिला के आरोपों से इनकार किया था।
इससे पहले राजस्थान में भरतपुर के पुलिस अधीक्षक श्याम सिंह ने दावा किया था कि राजस्थान और हरियाणा पुलिस के कर्मी पंडित के घर तो गए थे लेकिन वे घर के अंदर नहीं घुसे थे। उन्होंने इससे पहले कहा था, “आरोपी वहां मौजूद नहीं था। उसके दो भाई घर से बाहर आए और पूछताछ के बाद उन्हें जाने दिया गया।महिला द्वारा लगाए गए आरोप गलत हैं। उनके परिवार का सदस्य आरोपी है इसलिए वे आरोप लगा रहे हैं।”
यही पंडित उन पांच लोगों में शामिल है जिन पर दो लोगों के अपहरण और उनकी हत्या करने का आरोप है। इन दोनों लोगों के जले हुए शव बीते गुरूवार को हरियाणा के भिवानी में लोहारु में मिले थे। दोनों लोगों- जुनैद और नासिर को कथित रूप से राजस्थान के भरतपुर से अगवा किया गया था।