रांची/ नई दिल्ली: झारखंड के चाईबासा में नक्सलियों के साथ मुठभेड़ के दौरान आईईडी विस्फोट में सीआरपीएफ के पांच जवान घायल हो गए है। सेना यहां पर एक निकासी अभियान चल रहा है। एक पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी दी।
पश्चिमी सिंहभूम के पुलिस अधीक्षक (एसपी) आशुतोष शेखर ने बताया कि, उनमें से कोई भी गंभीर रूप से घायल नहीं है और उन्हें रांची के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया। उन्होंने कहा कि वामपंथी उग्रवादियों ने उस समय विस्फोट किया जब केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और इसकी कमांडो बटालियन फॉर रिजॉल्यूट एक्शन (कोबरा), राज्य पुलिस की ‘जगुआर’ इकाई तथा जिला सशस्त्र पुलिस के जवान जंगल में नक्सल विरोधी अभियान चला रहे थे।
Chaibasa, Jharkhand | Five CRPF jawans injured in an IED blast during an encounter with naxals. An evacuation operation is going on. Details awaited. pic.twitter.com/frGTFJJQxh
— ANI (@ANI) January 11, 2023
सुरक्षा बलों के आगे बढ़ने पर वामपंथी उग्रवादियों ने उन पर गोलियां चलाईं। इसके बाद सुरक्षा बलों ने जवाबी कार्रवाई की और पीछे हटने पर मजबूर नक्सलियों ने विस्फोट कर दिया। एसपी ने कहा कि उग्रवादियों को पकड़ने के लिए बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।
शेखर ने कहा कि पश्चिमी सिंहभूम जिले की पुलिस नक्सल प्रभावित इलाकों में पिछले कई हफ्तों से वामपंथी उग्रवादियों के खिलाफ अभियान चला रही है, जिसके कारण कई उग्रवादियों को हथियार डालने के लिए मजबूर होना पड़ा।
शीर्ष माओवादी नेता मिसिर बेसरा के करीबी माने जाने वाले आठ उग्रवादी पुलिस के सामने आत्मसमर्पण करने वालों में शामिल हैं। मिसिर बेसरा पर एक करोड़ रुपये का इनाम है। पुलिस ने वामपंथी उग्रवाद से जुड़े युवाओं से सरकार की समर्पण और पुनर्वास नीति का लाभ उठाने और हथियार डालने की अपील की है। (भाषा इनपुट के साथ)