गुवाहाटी: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा (CM Himanta Biswa Sarma) ने कहा कि, हमने कुछ एसओपी (स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसिजर) बनाए हैं कि अगर आपके गांव में कोई इमाम आता है और आप उसे नहीं जानते हैं तो तुरंत पुलिस स्टेशन को सूचित करें, वे सत्यापित करेंगे, उसके बाद ही वे रुक सकते हैं। असम का हमारा मुस्लिम समुदाय इस काम में हमारी मदद कर रहा है।
सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि, हम इमाम और अन्य लोगों के लिए एक पोर्टल भी बना रहे हैं जो राज्य के बाहर से मदरसे में आ रहे हैं। जो लोग असम से हैं, उन्हें उस पोर्टल में अपना नाम दर्ज करने की आवश्यकता नहीं है, बाहर के लोगों को पोर्टल में अपना नाम दर्ज करना होगा।
Guwahati | We have made some SoP that if any Imam comes to your village and you do not know him, immediately inform the Police Station, they will verify, only after that, they can stay. Our Muslim community of Assam is helping us in this work: Assam CM Himanta Biswa Sarma pic.twitter.com/WeGp8Vrilz
— ANI (@ANI) August 22, 2022
दो संदिग्ध आतंकी गिरफ्तार
उल्लेखनीय है कि, असम पुलिस ने बीते शनिवार की रात दो संदिग्ध आतंकियों को गोलपारा से गिरफ्तार किया था। दोनों संदिग्धों के अलकायदा भारतीय उपमहाद्वीप (एआईक्यूएस) और अंसारुल्लाह बांग्ला टीम (एबीटी) से जुड़े होने के सबूत मिले हैं।बताया जा रहा है कि, यह संदिग्ध आतंकी मस्जिद में इमाम थे।
अल-कायदा से जुड़े होने के मिले सबूत
गोलपारा के एसपी वीवी राकेश रेड्डी ने कहा कि, दोनों संदिग्धों का आतंकी संगठनों से सीधा संबंध है। उनके घर की तलाशी के दौरान उनके अल-कायदा से जुड़े होने के सबूत मिले हैं। इसके साथ ही उनसे पोस्टर और अन्य आपत्तिजनक सामग्रियां भी बरामद हुई हैं। उनके मोबाइल फोन, सिम कार्ड और आईडी कार्ड को जब्त कर लिया गया है।
उन्होंने कहा कि, दोनों संदिग्धों ने बांग्लादेश से आए जिहादी आतंकियों को राशन की आपूर्ति की थी। इसके अलावा उन्हें आश्रय भी दिया गया था। उसने जिले में स्लीपर सेल की भर्ती के लिए एक्यूआईएस का सदस्य होने की बात कबूल की है।