
पटना. हाल ही में बिहार के सारण जिले में स्थित मस्तिचक के श्रीरमेशपुरम में 500 बिस्तरों वाला देश का सबसे बड़ा चैरिटेबल आई केयर हॉस्पिटल का उद्घाटन किया गया। इस हॉस्पिटल के खुलने से ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को इलाज में 80 फीसदी सब्सिडी की सुविधा मिलेगी वहीं जरूरतमंदों एवं आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों की आंखों का मुफ्त इलाज किया जाएगा। यह हॉस्पिटल आम लोगों को रियायती इलाज की सुविधा प्रदान करने के साथ व्यापक रूप से ग्रामीण स्तर पर रोजगार के अवसर भी लेकर आएगा।
11 ऑपरेशन थियेटर की क्षमता
मस्तिचक के सुदूर गांव में खुला यह हॉस्पिटल आंखों की देखभाल से जुड़ी सभी अत्याधुनिक उपकरणों से सुसज्जित है, जहां 10 ओपीडी की सुविधा के साथ प्रतिदिन 800 रोगियों का परीक्षण किया जा सकता है। इसके अलावा 11 ऑपरेशन थियेटर की क्षमता के साथ 500 सर्जरी रोजाना की जा सकेगी। साथ ही यह हॉस्पिटल आई बैंकिंग सुविधा और वंचितों को मुफ्त सेवा प्रदान करता है। यह क्षेत्र का ऐसा एकमात्र हॉस्पिटल है जहां बच्चों के आंखों की देखभाल के लिये व्यापक सुविधाएं उपलब्ध होगी। अखंड ज्योति आई हॉस्पिटल के संस्थापक मृत्युंजय कुमार तिवारी ने कहा कि इस अत्याधुनिक हॉस्पिटल का निर्माण तेजी से किया जा रहा है। यह दिसंबर 2023 में मरीजों को अपनी सेवा प्रदान करना शुरू कर देगा और मौजूदा हॉस्पिटल के साथ मिलकर सालाना 1 लाख 50 हजार से अधिक सर्जरी की क्षमता तैयार करेगा।
रोजगार एवं महिला सशक्तिकरण पर जोर
इसका उद्देश्य रोजगार एवं महिला सशक्तिकरण पर जोर देना है। इसके पहले बिहार के पूर्णिया, दलसिंहसराय और उत्तर प्रदेश के बलिया में सर्जिकल केन्द्रों को बढ़ाने में सफलता हासिल की गई है। अब 2030 के विजन पर काम करना शुरू कर दिया गया है जिसके तहत आंखों को रोशनी प्रदान करने के लिये 20 लाख आई सर्जरी करने के साथ प्रमुख कार्यक्रम फुटबॉल से आईबॉल, नेत्र स्वास्थ्य, एवं बालिका शिक्षा और सशक्तिकरण के वार्षिक आउटपुट और प्रभाव को तीन गुणा करना लक्ष्य है। तिवारी ने बताया कि अखंड ज्योति के लिये वित्तीय वर्ष 2023-24 एक महत्वपूर्ण वर्ष साबित होगा, क्योंकि नेत्र स्वास्थ्य, बालिका शिक्षा, सशक्तिकरण और अनुसंधान पर विशेष जोर दिया जाएगा।