कर्नाटक: वीर सावरकर और टीपू सुल्तान के पोस्टर विवाद के चलते पुलिस ने शिवमोगा में की धारा 144 लागू

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    बेंगलुरु: कर्नाटक (Karnataka) के शिवमोगा में बीते दिन स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) पर दो गुटों के बीच छिड़े पोस्टर विवाद (Karnataka Flex Controversy) छीड गई थी।  इस बीच इस मामले को लेकर सतर्कता दिखाते हुए कर्नाटक पुलिस अलर्ट हो गई। पुलिस और रैपिड एक्शन फोर्स ने शिवमोगा में फ्लैग मार्च निकाला और धारा- 144 लागु कर दिया है। बता दें कि, यह विवाद तब सुरु हुआ जब टीपू सुल्तान (Tipu Sultan) के समर्थक गुट ने शहर के अमीर अहमद सर्कल पर वीडी सावरकर (VD Savarkar) के पोस्टर को हटाकर टीपू सुल्तान का बैनर लगाने का प्रयास किया।

    समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, पुलिस अधिकारियों ने मंगलवार को कहा कि, शिव मोगा के गांधी बाजार में 15 अगस्त के दिन एक युवक पर हुए हमले के मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। एडीजीपी आलोक कुमार ने कहा कि मामले में 4 आरोपियों की पहचान कर ली गई है। चाकू से हमला करने के संबंध में भारतीय दंड संहिता की धारा 307 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।

     पुलिस ने बताया कि सोमवार को हिंदुत्व विचारक विनायक दामोदर सावरकर और 18वीं सदी के मैसूरु के शासक टीपू सुल्तान के बैनर लगाने को लेकर शहर में दो समुदायों के बीच झड़प हो गयी थी और इस दौरान प्रेम सिंह (20) नामक युवक पर चाकू से हमला किया गया था। झड़प के तुरंत बाद शहर में अपराध प्रक्रिया संहिता धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू की गयी । 

    सिंह पर हमला करने के मामले में नदीम, तनवीर, चर्बी और अब्दुल रहमान के खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया गया और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया ।  जिला प्रशासन ने भद्रावती और शिवमोगा शहरों के स्कूलों तथा कॉलेजों में आज यानी मंगलवार को अवकाश घोषित कर दिया ।  

    पुलिस ने बताया कि मंगलवार सुबह जब उनका एक दल जबीउल्ला को हिरासत में लेने के लिए पहुंचा तो उसने पुलिसकर्मियों पर कथित तौर पर हमला करने प्रयास किया।    उन्होंने बताया कि विनोबा नगर पुलिस थाने के उपनिरीक्षक मंजूनाथ एस कूरी ने आत्मरक्षा में उसके दाएं पैर में गोली मार दी। जबीउल्ला को एक सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसका उपचार चल रहा है।