After Punjab, West Bengal Assembly passed a resolution against increasing the jurisdiction of BSF
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    कोलकाता: भारतीय जनता पार्टी ने मंगलवार को पश्चिम बंगाल (West Bengal) की तृण मूल कांग्रेस की सरकार के कथित भ्रष्टाचार के खिलाफ ‘नबन्ना अभियान’ चलाया था। इस दौरान बीजेपी के इस अभियान ने उग्र रूप ले लिया था और पुलिस की गाड़ी को आग लगा दी थी। वहीं, अभियान के दौरान प्रदर्शनकारियों की पुलिस के साथ झड़प भी हुई थी। इस बीच , बुधवार को बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने इस प्रदर्शन को लेकर बीजेपी (BJP) पर हमला बोला है और रैली में गुंडों को लाने का आरोप लगाया है। 

    मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि, “बीजेपी अपनी 13 सितंबर की रैली के लिए बंगाल के बाहर से बमों से लैस गुंडों को लेकर आई। हिंसक बीजेपी प्रदर्शनकारियों पर पुलिस गोली चला सकती थी, लेकिन सरकार ने संयम बरता।”  वहीं, कलकत्ता उच्च न्यायालय ने भी नबन्ना मार्च में हुए हिंसा को लेकर राज्य के गृह सचिव से रिपोर्ट मांगी है। अदालत ने 19 सितंबर तक रिपोर्ट जमा करने का समय दिया है। 

    नबन्ना अभियान में हुई थी हिंसा 

    उल्लेखनीय है कि, बीजेपी ने मंगलवार को सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सरकार के खिलाफ पश्चिम बंगाल सचिवालय की ओर नबन्ना मार्च निकाला था। जबकि, पुलिस ने इस मार्च के लिए अनुमति नहीं दी थी। इस विरोध मार्च के दौरान बीजेपी के कार्यकर्ता और पुलिस के बीच कई जगह झड़प भी हुई थी।  इस दौरान बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने पुलिस की गाड़ी को जला भी दियाब था। प्रदर्शंनकारियों को तीतर बित्तर करने के लिए पुलिस ने वाटर कैनन और आंसू गैस के गोले भी छोड़े। वहीँ पुलिस ने कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में भी लिया था। 

    तृणमूल कांग्रेस ने बीजेपी को घेरा 

    टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव और सांसद अभिषेक बनर्जी (Abhishek Banerjee) ने इस घटना का वीडियो शेयर करते हुए ट्वीट किया था कि, “बंगाल ही नहीं बल्कि पूरे देश ने देखा कि बीजेपी (BJP) के गुंडे ये हमारे राज्य के साथ क्या करने में सक्षम हैं। ये सोचकर है हम सिहर उठते हैं कि अगर ये लोग सत्ता में आ जाते तो और क्या करते। बंगाल ने इस पार्टी को अस्वीकार किया जिसके लिए मैं धन्यवाद करता हूं। अब देश के लिए भी इस पार्टी को त्यागने का समय आ गया है।”