ओमप्रकाश मिश्र
रांची. टायर कंपनियों की प्रतिस्पर्धा (Competition) में एमआरएफ इंडिया ने चुनौतियों के साथ अपने गुणवत्ता (Quality) में बदलाव किया हैI ताकि ग्राहकों (Customers) का विश्वास बरकरार रहे। वर्ष 1987 से एमआरएफ टायर (MRF Tire) भारत की अग्रिणी टायर कंपनी रही है। यही कारण है कि आज इस कंपनी की सालाना टर्न ओवर 16 हजार करोड़ तक पहुंच गई है।
रांची स्थित अलकापुरी में द्वारिका टायर के फ्रन्चैजी के उद्घाटन के दौरान एमआरएफ सेल्स के डिविजनल स्टेट मैनेजेर धीरज भरद्वाज ने आज उक्त बातें कही।आज जब भारतीय बाजार में टायर बनाने वाली कई कंपनिया मौजूद है ऐसे में एमआरएफ बाजार में अपनी विशिष्टता बनाएं रखने में कैसे कारगर साबित होगी और इसके लिए किन चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा ? इस सवाल के जवाब पर धीरज भरद्वाज ने कहा कि एमआरएफ अपनी गुणवत्ता के कारण भारतीय बाजार में अपनी विश्वसनीयता बना चुकी है। ये अलग बात है कि बाजार में कई टायर कंपनियों का अभ्योदय हुआ है। जिसे रोका नहीं जा सकता पर हम इन टायर कंपनियों के बीच अपनी गुणवत्ता में लगातार सुधार कर ग्राहकों का विश्वास जितने में कामयाब रहेंगे।
एमआरएफ का फ्रन्चैजी लेने वाले दीपक कुमार ने एमआरएफ टायर कंपनी और डिविजनल स्टेट मैनेजेर धीरज भरद्वाज के प्रति हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि द्वारिका टायर में ग्राहकों को टायर की खरीदारी के साथ-साथ पहियों के एलाइनमेंट, ट्यूबलेस टायर की मरम्मत, पहियों का संतुलन जैसी सेवाएं प्रदान की जाएगी। ग्राहकों के लिए वातानुकूलित कमरे की व्यवस्था भी की गई है। इस अवसर पर एमआरएफ टायर कंपनी के डिस्ट्रिक्ट सेल्स मैनेजेर अरविंद पनवार के अलावा बीसीसीआई के सदस्य अजय नाथ शाहदेव उपस्थित थे। फ्रेंचैजी के उद्घाटन के अवसर पर गुमला जिले से आए ग्रामीण कलाकारों ने झारखंड की संस्कृति से संबंधित नृत्य और गायन प्रस्तुत किए।