Nitish Kumar
नीतीश कुमार (फ़ाइल फोटो)

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    पटना. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को ‘जेड प्लस’ सुरक्षा उपलब्ध कराए जाने का बचाव करते हुए शुक्रवार को कहा कि इसपर क्यों किसी को आपत्ति होगी। एक अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि इस आशय का एक परिपत्र बृहस्पतिवार को जारी किया गया था और बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस (बीएसएपी) के कमांडो राजद नेता की सुरक्षा में शामिल होंगे। परिपत्र में कहा गया है कि तेजस्वी यादव को ‘‘जेड प्लस” सुरक्षा प्रदान करने का निर्णय राज्य सुरक्षा समिति द्वारा लिया गया।

    कुमार ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान पिछले बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान राजद नेता तेजस्वी यादव द्वारा सत्ता में आने पर युवाओं से 10 लाख नौकरी का वादा किए जाने को लेकर पूछे गए एक प्रश्न पर कहा, “हमलोग इसके लिए पूरा प्रयास करेंगे। सात निश्चय के तहत हमलोगों ने काम किया। हमलोगों ने 2015-16 में जो तय किया था, उसके अलावा और कई काम किये गये। उसी के दूसरे चरण का काम भी हमलोग कर रहे हैं अधिक से अधिक रोजगार मिले, इसके लिए काम किया जा रहा है।”

    तेजस्वी को ‘जेड प्लस’ सुरक्षा उपलब्ध कराए जाने पर भाजपा आपत्ति जतायी जा रही आपत्ति कुमार ने कहा, “उन्हें (भाजपा को) इसका विरोध क्यों करना चाहिए, वह उपमुख्यमंत्री हैं। अनाप-शनाप बोलते रहते हैं (भाजपा वाले) । यह सब बेकार की बातें हैं।”

    तेजस्वी को जेड प्लस सुरक्षा प्रदान करने के राज्य सरकार के फैसले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने ट्वीट करते हुए कहा, “बिहार में मैं 12 साल तक उपमुख्यमंत्री रहा लेकिन सरकार को न मुझे बुलेट प्रूफ गाड़ी देने की जरूरत महसूस हुई न जेड प्लस सुरक्षा की।” उन्होंने कहा, “मामूली सुरक्षा के बीच मैंने पोलो रोड स्थित सरकारी आवास से लंबे समय तक जनता की सेवा की।”

    सुशील मोदी ने राजद के पूर्व के शासनकाल पर कटाक्ष करते हुए कहा, “जिनका राजपाट आते ही जनता सहम जाती है, भला उनको किससे इतना खतरा है कि सुरक्षा बढ़ायी जा रही है।”

    जदयू नेता कुमार से यह पूछे जाने पर कि क्या उन्हें राजग से बाहर निकलने के बाद वित्तीय सहायता के मामले में केंद्र से असहयोग का डर है, उन्होंने कहा, “केंद्र और राज्य के बीच राजस्व के बंटवारे के संबंध में मानदंड पूर्व से तय हैं। यदि इन मानदंडों के साथ विश्वासघात किया जाता है तो ऐसा करने वालों का पर्दाफाश हो जाएगा और परिणाम भुगतने होंगे।”

    यह पूछे जाने पर कि क्या मंत्रिमंडल का विस्तार 16 अगस्त को होना है, नीतीश कुमार ने मुस्कुराते हुए कहा, “हम मंत्रियों को जल्द से जल्द शामिल करना चाहते थे। लेकिन ऐसा लगता है कि हमें 15 तारीख खत्म होने तक इंतजार करना होगा।” (एजेंसी)