केन्द्र सरकार के जनविरोधी नीतियों के खिलाफ झारखंड के गैर भाजपाई दलों का धरना

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    ओमप्रकाश मिश्र 

    रांची. केन्द्र सरकार के जनविरोधी नीतियों के खिलाफ और जनता के लोकतांत्रिक अधिकारों की रक्षा के लिए झारखंड के राजभवन के समक्ष झारखंड प्रदेश कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने धरना का आयोजन किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रदेश कांग्रेस कमिटी अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि केंद्र सरकार के गलत नीतियों को विरोध करने के लिए हम सभी यहां एकत्रित हुए हैं। पूरे देश में अविश्वास का वातावरण बन गया है। हर कोई एक दूसरे को शंका की  निगाह से देख रहा है। महंगाई चरम पर है, बेरोजगारी का आंकड़ा 45 वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ चुका है। किसान कृषि काले कानून के विरोध में पिछले 9 महीनों से सड़कों पर आंदोलित है। 

    राजेश ठाकुर ने भाजपा की नीतियों का घोर विरोध करते हुए कहा कि संवैधानिक संस्थाओं के अधिकारों को कम किया जा रहा है। केन्द्र सरकार संवैधानिक संस्थानों को बर्बाद करने में तुली है। ईडी और सीबीआई का गलत तरीके से इस्तेमाल कर देश के लोकतंत्र का गला घोंटने का काम कर रही है। कुल मिलाकर देश में अराजकता का माहौल है। 

    हम एकजुट होकर ही सत्ता से बेदखल कर सकते हैं: राजेश ठाकुर

    ठाकुर ने कहा कि 20 अगस्त को ही कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी ने गैर भाजपाई राजनैतिक दलों को एक मंच पर लाने का काम किया। आज इस संवेदनहीन सरकार को हम एकजुट होकर ही सत्ता से बेदखल कर सकते हैं। इस आंदोलन के माध्यम से हम धर्मनिरपेक्षता, संप्रभुता, लोकतांत्रिक अधिकारों की रक्षा के लिए अपनी प्रतिबद्धता प्रकट करते हैं।  

    महंगाई ने लोगों की कमर तोड़ दी है: आलमगीर आलम 

    कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने कहा कि केन्द्र में जब से भाजपा की सरकार आई है तब से लोग त्राहिमाम कर रहे हैं। यही कारण है कि आज देश के कोने-कोने में प्रखंड से लेकर जिला स्तर तक तमाम विपक्षीय पार्टियां जनता के मुद्दों पर आंदोलन के बाध्य है। पिछले नौ महीनों से ज्यादा समय से किसान आंदोलित हैं। प्रधानमंत्री को विदेश जाने के लिए समय मिल जाता है पर दिल्ली के दरवाजे पर बैठे किसानों से बातचीत का समय नहीं मिल पाता है। महंगाई ने लोगों की कमर तोड़ दी है। मौद्रीकरण के नाम पर देश के परिसंपतियों को बेचने और अपने कारपोरेट मित्रों को फायदा पहुंचाने में केन्द्र सरकार व्यस्त है। उसके पास न तो किसानों के लिए समय है और न नौजवानों के लिए समय है, न मजदूरों के लिए समय है। हम सभी देश की आम जनता के भलाई के लिए काम करने वाले लोग हैं, इसलिए हम लोकतांत्रिक तरीके से इस अंधी-बहरी सरकार के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं।

     रोजगार देने के बजाय पकोड़े तलने की सलाह: सुप्रियो भट्टाचार्य 

    झामुमो के महासचिव सह प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि देश में वेस्टइंडिया की सरकार चल रही है जो सिर्फ और सिर्फ निहित राजनीतिक स्वार्थ पूर्ति और अपने पूंजीपति मित्रों के व्यापारिक लाभ के लिए काम कर रही है। उसे देश की जनता की भलाई से कोई लेना देना नहीं है। 600 से ज्यादा किसानों की जान चली गई है, सरकार उनसे वार्ता करने के बजाय मॉनिटाइजेशन के नाम पर देश की परिसंपत्तियों को बेचने में व्यस्त है। कोरोनाकाल में भी केन्द्र सरकार ने सिर्फ लोगों के बीच भ्रम फैलाने का काम किया है। महंगाई बेतहाशा बढ़ रही है। महिलाओं पर अत्याचार के मामले लगातार बढ़े हैं। नौजवानों को ठग कर सत्ता हासिल तो कर लिया, लेकिन उन्हें रोजगार देने के बजाय पकोड़े तलने की सलाह दे डाली। केन्द्र सरकार के द्वारा संविधान प्रदत्त अधिकारों पर नित नए प्रयोग कर प्रहार किया जा रहा है। 

    सभी लोकतांत्रिक प्रक्रियों का हनन 

    झामुके के केन्द्रीय महासचिव विनोद पांडेय ने कहा कि केन्द्र में जब से भाजपा सत्ता में आई है तब से इस देश में सभी लोकतांत्रिक प्रक्रियों का हनन कर देश के संविधान को कुचलने का काम किया है। देश के अन्नदाताओं के चेहरे से मुस्कान छीनने का काम किया है। महंगाई, बेरोजगारी और देश के परिसंपत्तियों को बेचने के बजाय इनके पास कोई काम नहीं है। धरना में उपस्थित लोगों को कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष गीता कोड़ा, जलेश्वर महतो, शहजादा अनवर, केडी सिंह, भुवनेश्वर केवट, प्रकाश विपलव, प्रफुल लिंडा, राजेश यादव, रवीन्द्र सिंह, डॉ महुआ मांझी, राजीव रंजन प्रसाद, राकेश सिन्हा, आभा सिन्हा, सतीश पॉल मुंजनी, आदि ने भी संबोधित किया। धरना कार्यक्रम में प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष राजेश ठाकुर, कांग्रेस विधायक दल के नेता सह ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम, झामुमो के महासचिव सह प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्या, विनोद पांडेय, केडी सिंह, त्रिद्विव घोष, मासस के सुशांतो मुखर्जी, प्रकाश विपलव, दिनेश, प्रदेश कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष गीता कोड़ा, जलेश्वर महतो, शहजादा अनवर, माले के सुभेन्दु सेन, सीपीआई के अजय सिंह, राजद के राजेश यादव, कमलेश यादव सहित बड़ी संख्या में सभी दलों के नेता उपस्थित थे।