Women
Representational Pic : PTI

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    गुवाहाटी. असम विधानसभा चुनाव (Assam Assembly Election) में राजनीतिक पार्टियां (Politiocal Parties) महिला मतदाताओं (Woman Voters) को लुभाने के लिए कई सारे वादे कर रही हैं, लेकिन अब तक घोषणा किये गये कुल 223 उम्मीदवारों में सिर्फ 19 महिलाओं (Woman Candidates) के ही नाम शामिल हैं। हालांकि, कुल मतदाताओं में महिलाओं की हिस्सेदारी 49.35 प्रतिशत है। ज्यादातर पार्टियों ने 126 सदस्यीय राज्य विधानसभा चुनाव के लिए अपने-अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है, लेकिन कुल 223 नामों में महिलाएं महज 8.52 प्रतिशत ही हैं।

    राज्य विधानसभा चुनाव के तहत 27 मार्च को होने वाले प्रथम चरण के मतदान के लिए कांग्रेस ने 43 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची जारी की है, जिनमें छह महिलाओं को टिकट दिया गया है। वहीं, सत्तारूढ़ भाजपा ने प्रथम दो चरण के मतदान के लिए 70 उम्मीदवारों की सूची जारी की है, जिनमें मात्र चार महिलाओं को टिकट दिया गया है। वहीं, इसके गठबंधन सहयोगी असम गण परिषद (अगप) ने आठ उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची जारी की है, जिसमें सिर्फ एक महिला को टिकट दिया गया है।

    विपक्षी महागठबंधन का हिस्सा एआईयूडीएफ ने अब तक अपने 16 उम्मीदवारों की घोषणा की है, जिनमें सिर्फ एक महिला का नाम शामिल है। नवगठित क्षेत्रीय दल असम जातीय परिषद ने 67 उम्मीदवारों की सूची में छह महिलाओं को शामिल किया है। वहीं, इसके सहयोगी राइजोर दल ने 19 उम्मीदवारों में से सिर्फ एक महिला को प्रत्याशी बनाया है। राज्य में कुल 2,31,86,362 मतदाता हैं, जिनमें महिला मतदाताओं की संख्या 1,14,43,259 है जबकि 2016 में यह संख्या 95,94,209 थी।

    गौरतलब है कि 2016 के विधानसभा चुनाव में विभिन्न दलों ने कुल 91 महिलाओं को उम्मीदवार बनाया था, जो 1957 से सर्वाधिक संख्या थी। हालांकि कुल 1,064 उम्मीदवारों में महिलाओं का प्रतिशत महज 8.5 था। वहीं, सिर्फ आठ महिलाएं ही विधानसभा पहुंच पाई थीं। राज्य में तीन चरणों में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। इसके तहत 27 मार्च, एक अप्रैल और छह अप्रैल को मतदान होगा। (एजेंसी)