
पुडुचेरी. पुडुचेरी में स्थानीय निकाय चुनाव (Local Body Election) नहीं कराए जाने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi)के तंज का जवाब देते हुए केन्द्र शासित प्रदेश के मुख्यमंत्री वी. नारायणसामी ने शनिवार को आरोप लगाया कि उपराज्यपाल किरण बेदी (Kiran Bedi) चुनाव के रास्ते में रोड़ा अटका रही हैं। उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, “प्रधानमंत्री ऐसी टिप्पणी नहीं कर सकते हैं क्योंकि पुडुचेरी की निर्वाचित सरकार के सभी अधिकार उपराज्यपाल किरण बेदी ने अवरुद्ध कर दिए हैं।”
उन्होंने आरोप लगाया कि जमीनी स्तर पर लोकतंत्र बहाली के निर्वाचित सरकार के सभी अधिकारों और शक्तियों को बेदी ने हथिया लिया है। उन्होंने कहा कि स्थानीय निकाय चुनाव कराने, और विशेष रूप से राज्य निर्वाचन आयुक्त की नियुक्ति से जुड़े मामले फिलहाल अदालत में विचाराधीन हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने जब सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी टी. एम. बालकृष्णन को राज्य निर्वाचन आयुक्त नियुक्त किया तो उपराज्यपाल ने उसे खारिज कर दिया और केन्द्र की मंजूरी के बाद सेवानिवृत्त आईएफएस अधिकारी रॉय पी. थॉमस को निर्वाचन आयुक्त नियुक्त किया।
नारायणसामी ने कहा कि सरकार ने राज्य निर्वाचन आयुक्त नियुक्त करने की उपराज्यपाल की शक्ति को चुनौती दी है और फिलहाल यह मामला उच्चतम न्यायालय में लंबित है। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री ने जम्मू कश्मीर के सभी निवासियों के लिए 5 लाख रुपये तक का स्वास्थ्य सुरक्षा कवच प्रदान करने वाले आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य-सेहत योजना का शुभारंभ करने के मौके पर ‘लोकतंत्र का पाठ पढ़ाने’ के लिए कांग्रेस को आड़े हाथों लिया।
उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर के केंद्रशासित प्रदेश बनने के साल भर के भीतर डीडीसी के चुनाव संपन्न हो गए जबकि कांग्रेस के शासन वाले पुडुचेरी में उच्चतम न्यायालय के आदेश के बावजूद पंचायत और नगरपालिका के चुनाव नहीं हो रहे हैं। प्रधानमंत्री ने यह बात कांग्रेस नेता राहुल गांधी के उन आरोपों के जवाब में कही, जिसमें उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा था कि ‘‘भारत में कोई लोकतंत्र” नहीं है और यह ‘‘केवल कल्पना में” मौजूद है।