नई दिल्ली: राजस्थान (Rajasthan Violence) में हुई हिंसा की घटनाओं को लेकर खूब बयानबाजी हुई है। बीजेपी और कांग्रेस इस मामले में आमने-सामने नजर आई है। इसी कड़ी में अब सीएम अशोक गहलोत (Ashok Gehlot Slams BJP) ने भाजपा पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि इन्होंने दंगे की योजना बनाई थी लेकिन हमने विफल किया।
ज्ञात हो कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राजस्थान में जो तनाव पैदा किया गया, दंगे भड़क सकते थे परन्तु एक मौत नहीं हो पाई। कुछ दुकानें जरूर झुलसी हैं। इन्होंने दंगे की योजना खुब बनाई लेकिन हमने इसे विफल किया है। अभी भी हम छोड़ेंगे नहीं, राजस्थान मे जो घटना हुई है, उसकी जांच चल रही है।
राजस्थान में जो तनाव पैदा किया गया, दंगे भड़क सकते थे परन्तु एक मौत नहीं हो पाई। कुछ दुकानें जरूर झुलसी हैं। इन्होंने दंगे की योजना खुब बनाई लेकिन हमने इसे विफल किया है। अभी भी हम छोड़ेंगे नहीं, राजस्थान मे जो घटना हुई है, उसकी जांच चल रही है: राजस्थान CM अशोक गहलोत(15.05) pic.twitter.com/Ni20nvHkan
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 16, 2022
उन्होंने कहा कि हम तो ये कहेंगे कि इसके पीछे RSS, BJP का हाथ है। करौली में मुख्य आरोपी भाजपा का, रामगढ़ में मंदिर तोड़े गए वहां भाजपा का बोर्ड 35 में से 34 पार्षद भाजपा के हैं। और बदनाम कांग्रेस को किया गया। जोधपुर में कोई घटना ही नहीं और घटना बना दी गई।
गहलोत ने कहा कि नव संकल्प शिविर बहुत समय पर किया गया है। देश के हालात बिगड़ते जा रहे हैं। तनाव का माहौल है, हिंसा को माहौल है। हर धार्मिक जुलूस के वक़्त दंगे भड़क रहे हैं और जहां-जहां चुनाव होते हैं, वहां ज्यादा भड़कने शुरू हो जाते हैं।
सीएम ने कहा कि इनका एजेंडा हिन्दुत्व का है, उसके कारण दंगे करवा रहे हैं। ध्रुवीकरण कर रहे हैं चुनाव में। दुनिया क्या सोचती होगी उ.प्र. के बारे में कि चुनाव के दौरान 403 टिकटों में से एक टिकट भी अल्पसंख्यकों को भाजपा नहीं दे रही। दुनिया में क्या संदेश जा रहा है।
राजस्थान के सीएम ने कहा कि कांग्रेस समर्पित है, भारत जोड़ने के लिए, एकता और अखंडता के लिए। उसके लिए कांग्रेस भारत जोड़ों की बात घर-घर तक पहुंचाने का आह्वान कर रही है। भारत मजबूत राष्ट्र बना रहे ये भावना इसके पीछे है।
चिंतन शिविर पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि 3 दिन का जो कैंप हुआ है, इसमें जो गंभीरता और रूचि दिखाई गई है, जो फैसले हुए हैं उससे लगता है कि ये नए सिरे से लागू होंगे और कांग्रेस एक मजबूत पार्टी के रूप में और मजबूत होगी।