चेन्नई: कोरोना वायरस के खतरे के बीच नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने आज 12 सितंबर 2021 को देश भर में राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा स्नातक( NEET) परीक्षा का आयोजन किया गया। इस परीक्षा के लिए देश भर में 13 लाख से ज्यादा छात्रों ने अपना रजिस्ट्रेशन करवाया था। परीक्षा के पहले तमिलनाडु में एक 19 वर्षीय विद्यार्थी ने आत्महत्या कर ली। जिसके बाद मुख्यमंत्री ने एम के स्टेलिन नीट परीक्षा से छूट देने के लिए विधेयक लाने की तैयारी में है। कल तमिलनाडु सरकार की ओर से विधानसभा में एक विधेयक पेश किया जाएगा।
तमिलनाडु सरकार का कहना है कि, राज्य के छात्रों के लिए मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश लेने के लिए NEET परीक्षा न हो। छात्र केवल राज्य की प्रवेश परीक्षा पास करने पर उसमें आए मार्क्स के आधार पर मेडिकल कॉलेजों में दाखिला ले सकें। इससे सामाजिक न्याय और सस्ती उच्च शिक्षा की व्यापक पहुंच सुनिश्चित होगी।
நீட் எனும் பலிபீடத்தில் மற்றுமொரு மரணம்!
கல்வியால் தகுதி வரட்டும்; தகுதி பெற்றால் மட்டுமே கல்வி எனும் அநீதி நீட் ஒழியட்டும்!
நாளை நீட் நிரந்தர விலக்கு சட்ட மசோதா கொண்டு வருவோம்; #NEET-ஐ இந்தியத் துணைக்கண்டத்தின் பிரச்சினையாகக் கொண்டு செல்வோம். pic.twitter.com/iAI4zm9knA
— M.K.Stalin (@mkstalin) September 12, 2021
NEET परीक्षा के पहले विद्यार्थी की आत्महत्या
बता दें कि, तमिलनाडु के सलेम जिले के एक गांव के रहने वाले 19 वर्षीय लड़के ने NEET परीक्षा के चंद घंटे पहले रविवार को आत्महत्या कर ली। वह तीसरी बार इस परीक्षा में शामिल होने वाला था।
पुलिस ने बताया कि, धनुष ने 2019 में अपनी कक्षा 12 की परीक्षा पास की थी और रविवार को परीक्षा के लिए देर रात तक तैयारी कर रहा था। हालांकि, सुबह जब उसके माता-पिता उसे जगाने गए तो वह मृत पाया गया और इसके बाद परिवार ने हमें सूचना दी। यह पूछे जाने पर कि क्या उन्हें कोई सुसाइड नोट मिला है, पुलिस अधिकारी ने कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया। वहीं मृतक का शव पोस्टमार्डम के लिए भेज दिया है।