नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की योगी आदित्यनाथ सरकार (Yogi Adityanath Govt) के दूसरे कार्यकाल का पहला बजट आज विधानसभा में पेश किया गया। वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिये छह लाख 15 हजार 518 करोड़ रुपये का यह बजट प्रदेश का अब तक का सबसे बड़ा बजट है। इस बजट पर सपा हमलावर है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव (SP Chief Akhilesh Yadav) ने योगी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि ये बजट नहीं बंटवारा है। साथ ही उन्होंने महंगाई पर भी सरकार को घेरा है।
ज्ञात हो कि अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी सरकार ने कहा था कि 2022 तक किसानों की आय दोगुनी कर देंगे, लेकिन क्या उनके पास इस मोर्चे पर कोई जवाब है? महंगाई बढ़ रही है, दाल, तेल, ईंधन, सीमेंट और स्टील की कीमतें भी बढ़ी हैं। गांवों में निराशा की भावना है, युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है।
अखिलेश यादव की प्रतिक्रिया-
UP |BJP govt said that they will double the income of farmers by 2022 but do they have an answer on that front? Inflation is rising, prices of pulses, oil, fuel, cement & steel have risen. There’s a sense of pessimism in villages, youth aren’t getting jobs:SP chief Akhilesh Yadav pic.twitter.com/cOIcCRZ0xd
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) May 26, 2022
अखिलेश ने कहा कि यह इस सरकार का छठा बजट है और इसमें सबकुछ घटा है। यह बजट नहीं है, यह बंटवारा है। इस सरकार ने अपने पांच साल में जो घोषणापत्र जारी किया था उसमें कहा था कि 2022 तक किसानों की आय दोगुनी हो जाएगी।
गौर हो कि बजट विधानसभा में वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने प्रस्तुत किया। यह पिछले वित्त वर्ष के लिये पारित 5,50,270 करोड़ रुपये के बजट के मुकाबले 65 हजार 249 करोड़ रुपये अधिक है। बजट में 39 हजार 181 करोड़ 10 लाख रुपये की नयी योजनाएं शामिल की गयी हैं।
बजट में कुल पांच लाख 90 हजार 951 करोड़ 71 लाख रुपये की कुल प्राप्तियां अनुमानित हैं। इनमें चार लाख 99 हजार 951 करोड़ 71 लाख रुपये की राजस्व प्राप्तियां और 91 हजार 739 करोड़ रुपये की पूंजीगत प्राप्तियां शामिल हैं। बजट में 81 हजार 177 करोड़ 97 लाख रुपये का राजकोषीय घाटा अनुमानित है जो वर्ष के लिये अनुमानित सकल राज्य घरेलू उत्पाद का 3.96 प्रतिशत है। (एजेंसी इनपुट के साथ)