उर्दू का सरोकार एक हिन्दुस्तानी से होना चाहिए न कि धर्म से: राजेश ठाकुर

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     -ओमप्रकाश मिश्र 

    रांची : झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी अल्पसंखयक विभाग के चेयरमैन शकील अख्तर अंसारी की अध्यक्षता में कांग्रेस भवन, रांची में विश्व उर्दू दिवस के अवसर पर उर्दू (Urdu) भाषा और उसके विकास से सम्बंधित एक सेमिनार आयोजित की गई। सेमिनार की शुरूआत एमएम मदनी ने कुरान की तिलावत एवं उर्दू हमद से की। 

    सेमिनार को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी के राजेश ठाकुर (Rajesh Thakur) ने विश्व उर्दू दिवस पर मुबारकबाद देते हुए कहा कि उर्दू जुबान को कायम रखने के लिए हिन्दु-मुस्लिम (Hindu-Muslim) सभी को साथ आगे आना होगा। वरना संप्रदायिक ताकतें इसे मुस्लिम का जुबान बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि उर्दू भाषा का निर्माण भारत (India) देश में हुआ है और पूरे विश्व में सबसे ज्यादा उर्दू भारत में ही बोली जाती है। कांग्रेस पार्टी (Congress Party) ने हमेशा इसकी तहफुज के लिए काम किया हैI ठाकुर ने कहा कि उर्दू के जानने वालों के द्वारा जो भी मांग है उसे सरकार के समक्ष रखने का भरपूर प्रयास करेंगे। इससे पहले भी मेरे समक्ष उर्दू से संबंधित जो भी समस्याएं आई है उसे निदान कराने का भरपूर कोशिश किया है। उर्दू का सरोकार एक हिन्दुस्तानी से होना चाहिए न कि धर्म आधारित।

    उर्दू को बढ़ावा देने की जरूरत

    प्रदेश कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के चेयरमैन शकील अख्तर अंसारी ने कहा कि उर्दू दिवस मनाया जाए और मशहूर शायर मो. इकबाल की बात न हो तो नाइंसाफी होगी। उन्होंने कहा कि आज की तारीख में मो. इकबाल का जन्म हुआ था, आगे उन्होंने इक़बाल की लिखी नज्म के साथ प्रोग्राम का आगाज किया और नज्म पढ़ा, जो पूरे हिन्दुसान के आवाम के जुबान पर होता है, सारे जहाँ से अच्छा, हिन्दोस्ताँ हमारा, हम बुलबुलें हैं इसकी, यह गुलिस्ताँ हमारा…  । नज्म को पढ़ते हुए झारखंड सरकार से अपील की है कि उर्दू को बढ़ावा देने की जरूरत है। जल्द से जल्द उर्दू एकेडमी का गठन हो। 

    उर्दू ने जंगे आजादी में अहम रोल अदा किया

    मुख्य वक्ता डॉ अबुजर उसमानी ने कहा कि उर्दू भारत की जुबान है और उर्दू मेरी मां की जुबान है। हिन्दी हमारी बड़ी बहन है और उर्दू हमारे छोटे भाई है, इन दोनों भाषा की जुड़ाव ही देश की मिठास है। उर्दू वालों की जिम्मेदारी है कि वह उर्दू को बढ़ाने के लिए आगे आएं। डॉ. मंजर हुसैन ने कहा कि उर्दू ने जंगे आजादी में अहम रोल अदा किया है। उर्दू क्रांतिकारी कविताएं, उर्दू शाहाफत और उर्दू मजमुन ने तहरिके आजादी को मजबूती दिया। प्रदेश प्रवक्ता डॉ. एम तौसीफ ने कहा कि शिक्षक और छात्र दोनों को उर्दू जबान को प्रोफेशन के हिसाब से अध्ययन कराना और करना चाहिए। उर्दू पढ़ने वाले छात्र को उसके साथ-साथ दूसरे विषय का भी गहन अध्ययन करना चाहिए इससे छात्र के व्यक्तित्व निखारा जा सके।   सेमिनार का संचालन महानगर अल्पसंख्यक कांग्रेस के अध्यक्ष अख्तर अली ने किया और धन्यवाद ज्ञापन ज्योति सिंह मथारू ने किया।