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    नागपुर: कोरोना वायरस के मामलों में हुई बढ़ोतरी के बाद शहर में दोबारा लॉकडाउन लगाने के प्रस्ताव को स्थगित कर दिया है। गुरुवार को सरकार जगाओ वनिज्य बचाओ संघर्ष समिति के संयोजक दीपेन अग्रवाल के नेतृत्व में एक शिष्टमंडल नागपुर महानगर पालिका के कमिश्नर राधाकृष्ण बी से मुलाकात की। जिसके बाद कमिश्नर ने शहर ने प्रस्तावित लॉकडाउन को नहीं लगाने का निर्णय लिया।  

    दरअसल, बीते दिनों जिले के पालक मंत्री नितिन राउत ने बढ़ते मामलों के बाद वीकएंड लॉक डाउन लगाने का ऐलान किया था। राउत ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा था कि, “नागपुर में कोरोना वायरस की तीसरी लहर आ गई है। दैनिक मामले एक अंक से बढ़कर दो अंक तक पहुंच गए हैं, जो बेहद चिंता का विषय है। 

    उन्होंने कहा था कि, जिले में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रशासन ने फिर से लॉकडाउन लगाने का निर्णय लिया है। जिसके तहत आने वाले दिनों में सभी तरह की दुकानें शाम चार बजे तक शुरू रहेंगी और होटल रेस्टोरेंट रात आठ बजे तक शुरू रहेंगे।” 

    बार बार लॉकडाउन से मुश्किल में लोग 

    संघर्ष समिति के संयोजक दीपेन अग्रवाल ने कहा कि, “बार-बार लाॅकडाउन के कारण बड़ी मुश्किल से नागरिक अपना व अपने परिवार का भरण पोषण कर रहे हैं। इस पृष्ठभूमि में यह ध्यान रखना आश्चर्यजनक है कि प्रशासन सकारात्मक मामलों में मामूली वृद्धि के प्रति संवेदनशील है, लेकिन वह नागरिकों के दुख और स्थानीय प्रशासन, राज्य और केंद्र सरकारों द्वारा लगाए गए लॉकडाउन के कारण उन्हें होने वाली कठिनाई के प्रति संवेदनशील नहीं है।”

    उन्होंने कहा, “इस समय प्रशासन को प्रतिबंध या लॉकडाउन लगाने के बजाय प्रशासन को यह सुनिश्चित करने के लिए निगरानी बढ़ानी चाहिए कि नागरिक कोविड के उचित व्यवहार का पालन करें और साथ ही अंतिम दो लहरों के अनुभव के संबंध में स्वास्थ्य सेवा के बुनियादी ढांचे की समीक्षा करें।”

    प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात के दौरान आयुक्त से मांग करते हुए कहा कि, “महामारी की स्थिति की साप्ताहिक समीक्षा के बाद काम के घंटों को कम करने या पूर्ण/आंशिक तालाबंदी लागू करने के बजाय आर्थिक गतिविधियों को और खोलने कीअनुमति दी जाए। 4 जून में निर्धारित क्वालिफाइंग स्तर से अधिक प्रतिबंध, मौजूदा स्थिति में आदेश से मनमुटाव पैदा होगा।”

    प्रस्ताव को किया स्थगित 

    दीपेन अग्रवाल के अनुसार, बैठक में एमएमसी कमिनर राधाकृष्ण बी ने कहा, “ओणम त्योहार के बाद केरल में सकारात्मक मामलों में तेजी से वृद्धि से सुराग लेते हुए, प्रशासन ने एहतियात के तौर पर सक्रिय प्रतिबंधों / प्रतिबंधों का प्रस्ताव रखा।”

    उन्होंने आगे कहा कि संरक्षक मंत्री डॉ. नितिन राउत के निर्देशानुसार हितधारकों के साथ परामर्श के बाद, नागपुर जिले में प्रतिबंध/लॉकडाउन लागू करने के प्रस्ताव को हटा दिया गया है। बाद में यदि सकारात्मक मामले बढ़ते हैं तो प्रशासन पर अंकुश लगाने जैसे कड़े निर्णय लेने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। 

    व्यापारियों से की अपील 

    इसी बैठक के दौरान कमिश्नर ने व्यापारिक समुदाय और नागरिकों से अपील की है कि वे धार्मिक रूप से कोविड उचित व्यवहार का पालन करें और भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें। उन्होंने भक्तों से गणेश उत्सव उत्सव को प्रचुर सावधानी से मनाने की भी अपील की।