– राजेश मिश्र
लखनऊ : अयोध्या (Ayodhya) में राम मंदिर (Ram Mandir) के दर्शन को पहुंचे महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे (Aditya Thackeray) ने खुद को राम का वंशज बताया। उन्होंने कहा कि अयोध्या में बड़ी तादाद में आ रहे श्रद्धालुओं की सुविधा का ध्यान रख महाराष्ट्र सदन बनाने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से जमीन की मांग करेंगे।
धर्मनगरी के कुछ संतो के विरोध के बीच अयोध्या पहुंचे ठाकरे ने इस्कान मंदिर, हनुमान गढ़ी सहित राम जन्मभूमि मंदिर के दर्शन किए और अपनी यात्रा को केवल धार्मिक यात्रा बताते हुए कहा कि अयोध्या भारत की आस्था से जुड़ी हुई है और यहां मंदिर कोर्ट के आदेश से बन रहा है।
अयोध्या की पावन भूमि की ओर… जय सिया राम 🙏 pic.twitter.com/uwmmN8adWH
— Aaditya Thackeray (@AUThackeray) June 15, 2022
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सांसद ब्रजभूषण शरण सिंह के उत्तर भारतीयों को राम का वंशज बताने के जवाब में आदित्य ठाकरे ने कहा कि वह भी वही हैं। स्वंय को राम का वंशज बताते हुए ठाकरे ने कहा कि वह पहले भी अयोध्या आते रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह राम, भरत और हनुमान के अनुयायी हैं और उनके दर्शनार्थ आए हैं।
अब हिंदू सजग और सतर्क हो गया है : पुजारी
इससे पहले आदित्य ठाकरे की यात्रा का हनुमान गढ़ी के महंत राजू दास सहित कुछ संतो ने विरोध किया। हालांकि मीडिया से बातचीत के दौरान आदित्य ठाकरे कुछ संतों के विरोध के सवाल को टाल गए। आदित्य के दौरे का विरोध कर रहे हनुमानगढ़ी के पुजारी का कहना है कि अब हिंदू सजग और सतर्क हो गया है। उनका कहना था कि आदित्य का अयोध्या दौरा पूरी तरह से राजनैतिक है। वहीं अयोध्या के महंत मिथिलेश नंदिनी शरण जी का कहना था कि अयोध्या में शरणागत होकर आना चाहिए। लेकिन इधर दलों द्वारा इसका राजनीतिकरण किया जा रहा है।
प्रार्थना करेंगे कि हमारे हाथ लोगों की अच्छी सेवा करें
आदित्य ठाकरे ने कहा कि वह अयोध्या आते रहते हैं और राम मंदिर के निर्माण के बाद हम यहां सिर्फ प्रार्थना करने आए हैं। उन्होंने कहा कि जब हम 2018 में पहली बार आए, तो हमने कहा था कि ‘पहले मंदिर, फिर सरकार’। यह भूमि राजनीतिक नहीं है, यह ‘राम राज्य’ की भूमि है। आज हम राम लला और हनुमान जी का दर्शन करेंगे और राम लला से प्रार्थना करेंगे हमारे हाथों से लोगों की अच्छी सेवा हो। अयोध्या में हम भक्त बनकर आये है। अयोध्या के साधु संत हमारा स्वागत कर रहे है। राम के साथ अयोध्या के सभी लोगो से हमारा नाता है।
हिन्दू हृदयसम्राट बालासाहेब ठाकरे और इस्कॉन मुंबई के संबंधों को याद करते हुए, इस्कॉन रामनगर के दर्शन के निमंत्रण और प्रेम केलिए मैं आभारी हूं। हरे कृष्ण 🙏 @india_iskcon pic.twitter.com/NH1c1bBUmM
— Aaditya Thackeray (@AUThackeray) June 15, 2022
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में पहले से ही हमारा संगठन है। मुझे किसी के आरोप पर कोई जवाब नहीं देना है। ठाकरे ने कहा कि श्रीराम लला के दर्शन के बाद लखनऊ जाकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर मराठियों के लिए रामनंगरी में महाराष्ट्र सदन बनाने के लिए भूमि की व्यवस्था की मांग करेंगे।
सभी केंद्रीय एजेंसियां प्रचार साहित्य बन गई
गौरतलब है कि हनुमान चालीसा विवाद के बाद अपनी हिंदू वादी छवि को लेकर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने बेटे आदित्य ठाकरे को अयोध्या भेजकर सियासी गलियारों में हलचल मचा दी है। वहीं आदित्य ने भी इस दौरे को राजनीतिक धार्मिक करार दिया है। ईडी की राहुल से पूछताछ पर आदित्य ठाकरे का कहना था कि आज सभी केंद्रीय एजेंसियां प्रचार साहित्य बन गई है।