अडानी समूह बनाएगा यूपी में दक्षिण एशिया का सबसे बड़ा आयुध काप्लेक्स

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    -राजेश मिश्र

    लखनऊ: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में रक्षा गलियारे में बड़ी हथियार निर्माता कंपनियों को अपनी इकाई लगाने के लिए आकर्षित करने में जुटी योगी सरकार (Yogi Govt.) को बड़ी सफलता मिली है। अडानी समूह (Adani Group) उत्तर प्रदेश में बन रहे रक्षा गलियारें में दक्षिण एशिया (South Asia) का सबसे बड़ा रक्षा उपकरण बनाने का कांप्लेक्स स्थापित करेगा।

    राजधानी लखनऊ में औद्योगिक परियोजनाओं की शुरुआत के लिए आयोजित की गयी ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के दौरान अडानी डिफेंस एंड एरोस्पेस ने उत्तर प्रदेश सरकार के साथ इस संबंध में एमओयू पर हस्ताक्षर किए। इस परियोजना के तहत अडानी डिफेंस उत्तर प्रदेश के रक्षा गलियारे के कानपुर नोड में उच्च स्तरीय  आयुध विकास एवं निर्माण कांप्लेक्स की स्थापना पर 1500 करोड़ रुपए का निवेश करेगा। यह कांप्लेक्स 250 एकड़ से ज्यादा जमीन पर पर बनेगा और यहां उच्च तकनीकी से छोटी और मध्यम दूरी की मार कर सकने वाले हथियारों के साथ ही छोटी रेंज की एयर डिफेंस मिसाइलें भी बनायी जाएंगी।

    परियोजना स्वदेशी आयुध निर्माण के क्षेत्र में इतिहास रचेगी

    इससे पहले सेरेमनी में अपने संबोधन के दौरान अडानी समूह के चेयरमैन गौतम अडानी  ने उच्च गुणवत्ता के हथियारों के मामले में आत्मनिर्भर होने के महत्व के बारे में बताते हुए प्रस्तावित निर्माण इकाई को लेकर जानकारी दी। इस मौके पर यूपी एक्सप्रेस-वे और इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथारिटी (यूपीडा) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रदेश सरकार में अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने कहा कि यह परियोजना स्वदेशी आयुध निर्माण के क्षेत्र में इतिहास रचेगी।

    सर्वश्रेष्ठ तकनीकी का इस्तेमाल किया जाएगा

    दक्षिण एशिया की इस बड़े प्रस्तावित निर्माण इकाई के बारे में आगे जानकारी देते हुए अडानी डिफेंस एंड एयरोस्पेस के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी आशीष राजवंशी ने कहा कि यहां छोटी और मध्यम दूरी तक मार करने हथियारों के साथ ही छोटी दूरी की एयर मिसाइलें भी बनाने के लिए उपलब्ध सर्वश्रेष्ठ तकनीकी का इस्तेमाल किया जाएगा। यह रक्षा निर्माण के क्षेत्र में निर्यात को लेकर भारत के पांच बिलियन डालर के लक्ष्य का पाने में सहायक साबित होगा। उनका कहना है कि इस परियोजना में 1,500 लोगों को नौकरी मिलेगी और घरेलू और निर्यात लायक हथियार बनाने के लिए उच्च स्तरीय तकनीकी का इस्तेमाल किया जाएगा।