नई दिल्ली: देश में कोरोना (Coronavirus Pandemic) का खतरा अभी टला नहीं है। हालांकि इसकी रफ्तार धीमी जरुर पड़ गई है। कोरोना के कारण आर्थिक मोर्चे पर हर सेक्टर को नुकसान पहुंचा है। कोविड की दूसरी लहर के दौरान उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के आगरा (Agra) में जूता व्यवसाय को बहुत नुकसान झेलना पड़ा है। आगरा में हालात अब भी पहले जैसे ही हैं। एक कारीगर ने बताया कि अब हालात ऐसे हैं कि खाने के लिए भी पैसे नहीं है।
उत्तर प्रदेश में आगरा की बूट इंडस्ट्री इस समय घाटे के दौर से गुजर रही है, इसका सीधा असर यहां काम करने वाले कारीगरों पर पड़ रहा है। एक कारीगर ने बताया कि काम नहीं है इसलिए कभी-कभी तो हमें सैलरी भी नहीं मिल पाती है। अब स्थिति ये है कि खाने तक के लिए पैसे नहीं हैं।
आगरा में घाटे के दौर से गुजर रही है बूट इंडस्ट्री-
उत्तर प्रदेश: आगरा की बूट इंडस्ट्री इस समय घाटे के दौर से गुजर रही है, इसका सीधा असर यहां काम करने वाले कारीगरों पर पड़ रहा है।
एक कारीगर ने बताया, “काम नहीं है इसलिए कभी-कभी तो हमें सैलरी भी नहीं मिल पाती है। अब स्थिति ये है कि खाने तक के लिए पैसे नहीं हैं।” pic.twitter.com/YREbjQgtnd
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 23, 2021
गौर हो कि कोरोना के बाद जो हालात पैदा हुए उसके बाद लॉकडाउन लगाया गया। जिससे हर सेक्टर की कमर टूट गई। आगरा में हालात ऐसे हैं कि मजदूरों के पास काम नहीं है। लोगों ने जो पैसे कमा कर बचाए थे वह भी खत्म हो गए हैं। यही कारण है कि इन मजूदरों को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है।