मैनपुरी. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) और नवनिर्वाचित सांसद डिंपल यादव (Dimple Yadav) रविवार को किशनी पहुंचे। यहां वे मैनपुरी लोकसभा सीट पर मिली जीत पर सपा कार्यकर्ताओं से मिले। इस दौरान अखिलेश ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को उत्तर प्रदेश से हटाने को अपना लक्ष्य बताया है। उन्होंने भगवा पार्टी के लोग सपा से घबराए जाने का भी दावा किया है। इसके अलावा उन्होंने बहुजन समाज पार्टी (बसपा) पर भी निशाना साधा है।
अखिलेश यादव ने कहा, “हमारा लक्ष्य भाजपा को उत्तर प्रदेश से हटाना है क्योंकि उत्तर प्रदेश से ही इन्हें दिल्ली का रास्ता मिला था और यहां की जनता ही इनको रोकेगी। बहुजन समाज पार्टी भाजपा के इशारे पर काम कर रही है। भाजपा के लोग सपा से घबरा गए हैं। जनता सपा को समर्थन दे रही है।”
हमारा लक्ष्य BJP को उत्तर प्रदेश से हटाना है क्योंकि उत्तर प्रदेश से ही इन्हें दिल्ली का रास्ता मिला था और यहां की जनता ही इनको रोकेगी। बहुजन समाज पार्टी BJP के इशारे पर काम कर रही है। BJP के लोग सपा से घबरा गए हैं कि जनता सपा को समर्थन दे रही है: सपा प्रमुख अखिलेश यादव, मैनपुरी pic.twitter.com/tNGB4TnPCt
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 11, 2022
रामपुर विधानसभा उपचुनाव में आजम खां की खास सीट से सपा प्रत्याशी की हार को लेकर मायावती के आरोपों पर अखिलेश ने कहा सपा और आजम खान कभी चुनाव नहीं हारना चाहेंगे, उन्हें इलेक्शन कमीशन के खिलाफ बोलना चाहिए।
इससे पहले मायावती ने रामपुर विधानसभा उपचुनाव में ‘योजनाबद्ध तरीके से कम मतदान’ करवाने का आरोप लगाया है। बसपा सुप्रीमो ने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा, “उत्तर प्रदेश के मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव में सपा की जीत हुई, लेकिन रामपुर विधानसभा उपचुनाव में आजम खां की खास सीट पर योजनाबद्ध तरीके से कम मतदान करवाकर सपा की पहली बार हुई हार पर यह चर्चा काफी गर्म है कि कहीं यह सब सपा और भाजपा की अंदरूनी मिलीभगत का ही परिणाम तो नहीं?”
2. इस बारे में ख़ासकर मुस्लिम समाज को काफी चिन्तन करने व समझने की भी ज़रूरत है ताकि आगे होने वाले चुनावों में धोखा खाने से बचा जा सके। खतौली विधानसभा की सीट पर भाजपा की हुई हार को भी लेकर वहाँ काफी सन्देह बना हुआ है, यह भी सोचने की बात है।
— Mayawati (@Mayawati) December 11, 2022
उन्होंने दूसरे ट्वीट में कहा, “इस बारे में खासकर मुस्लिम समाज को काफी चिंतन करने और समझने की जरूरत है, ताकि आगे होने वाले चुनावों में धोखा खाने से बचा जा सके। खतौली विधानसभा सीट पर भाजपा की हार को भी लेकर वहां काफी संदेह बना हुआ है। यह भी सोचने वाली बात है।”
गौरतलब है कि सपा के संस्थापक सदस्य और पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खां का गढ़ माने जाने वाले रामपुर सदर विधानसभा क्षेत्र में पिछली आठ दिसंबर को घोषित उपचुनाव के नतीजे में भाजपा के आकाश सक्सेना ने सपा प्रत्याशी आसिम राजा को करीब 32,000 मतों से पराजित किया था। इस तरह भाजपा ने रामपुर में पहली बार जीत हासिल की थी। हालांकि, सपा ने रामपुर में पुलिस प्रशासन द्वारा जोर-जबरदस्ती कर एक खास वर्ग के मतदाताओं को वोट डालने के लिए घर से नहीं निकलने देने और बेवजह के बहाने बनाकर मतदाताओं को जबरन लौटाने का आरोप लगाते हुए इसे लोकतंत्र की हत्या करार दिया था। सपा ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर रामपुर उपचुनाव को रद्द करके फिर से मतदान कराने की गुजारिश की थी। (एजेंसी इनपुट के साथ)