शामली: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में प्रचार के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शनिवार को पश्चिम उत्तर प्रदेश पहुंचे। जहां शाह ने शामली जिले की कैराना सीट से भाजपा उम्मीदवार मृगांका सिंह के लिए डोर टू डोर का प्रचार किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि, लोगों को उनके घरों में वापस देखकर अच्छा लग रहा है। शाह ने लोगों से आने वाले चुनाव में मतदान कर भाजपा प्रत्याशी को जीतने की अपील की।
शाह ने कहा, “मैं जनवरी 2014 के बाद पहली बार कैराना आया हूं। 2014 के बाद पीएम मोदी ने यूपी के विकास की धुरी अपने हाथों में ली। 2017 में, यहां भाजपा सरकार बनने के बाद, योगी आदित्यनाथ सीएम बने और विकास को और गति दी।”
I've come to Kairana for the first time after Jan 2014. After 2014, PM Modi took the axle of UP's development in his hands. In 2017, after BJP govt was formed here, Yogi Adityanath became CM & further sped up the development: HM Amit Shah in Kairana#UttarPradeshElections2022 pic.twitter.com/KQdlccZ2wx
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 22, 2022
शाह ने कहा कि, “आज पश्चिम यूपी के कैराना से भारतीय जनता का पर्चा बांटकर यहां से प्रत्याशी मृगांका सिंह के लिए वोट मांगा। कैराना में आज का माहौल देखकर मुझे बड़ी शांति मिलती है। पूरे प्रदेश में विकास की एक नई लहर दिखाई देती है। मोदी जी ने जो सारी योजनाएं भेजी हैं उसे योगी जी ने नीचे तक लागू किया है।” उन्होंने कहा, “पहले कैराना में लोग पलायन करते थे। आज लोगों ने कहा कि योगी सरकार की वजह से हमें पलायन कराने वाले लोग पलायन कर गए। आज मैं पलायन करने वाले मित्तल परिवार के साथ बैठा था। उन्होंने कहा कि अब हमें कोई भय नहीं है।”
पलायन कर वापस लौटे लोगों से की मुलाकात
केंद्रीय गृह मंत्री शाह ने अपने कैराना दौरे के दौरान गुंडागर्दी से परेशान होकर 2014 से पहले पलायन कर गए थे और फिर लौट आए लोगों से मुलाकात की। मालूम हो कि, पश्चिम उत्तर प्रदेश में गुंडागर्दी से परेशान होकर पलायन करना एक बड़ा मुद्दा रहा है।
Union Home Minister Amit Shah meets the families who had migrated from Kairana in 2014 and have now returned to their home. pic.twitter.com/JThn0nMpux
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 22, 2022
ज्ञात हो कि, कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश में रैलियों और सभाओं पर बैन लगाया गया है। जिसके कारण सभी राजनितीक दल लोगों के घरों में जाकर प्रचार कर रहे हैं। हालांकि, शाह के इस प्रचार के दौरान कोरोना नियमों का कोई पालन नहीं किया गया। पांच लोगों की जगह सैकड़ो लोग शाह के साथ मौजूद थे।