लखनऊ: उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य (Deputy Chief Minister Keshav Prasad Maurya) ने ग्राम्य विकास विभाग विशेषकर ग्रामीण आजीविका मिशन (Rural Livelihood Mission) से जुड़े अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वह महिला सशक्तिकरण के महाअभियान को और अधिक तीव्रता के साथ संचालित करें। उन्होंने कहा कि ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत संचालित लखपति महिला कार्यक्रम में प्रदेश के सभी जिलों को सम्मिलित करने की कार्रवाई की जाए। लखपति महिला योजना के लक्ष्यों को बढ़ाया जाए। इस योजना में स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं की साल में कम से कम एक लाख आमदनी कराना लखपति महिला कार्यक्रम का मूल उद्देश्य है। स्वयं सहायता समूहों की आमदनी बढ़ाने के लिए हर सम्भव उपाय किए जाएं।
उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि समूहों की उत्पादित सामग्री की बिक्री के लिए उचित प्लेटफार्म देने के ठोस प्रयास किए जाएं। अधिक से अधिक समूह सदस्यों को राशन की दुकानों का आवंटन किया जाए। अमृत सरोवरों को आय का जरिया बनाए जाए। समूहों की महिलाओं को तालाबों के रखरखाव में लगाकर उनकी आमदनी में इजाफा किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि मनरेगा के सभी क्रियाकलापों के लिए भुगतान की व्यवस्था बीसी सखियों के माध्यम से कराने की कार्यवाही की जाए। बैंकों में सखियों के बैठने की पर्याप्त व्यवस्था करायी जाए।आजीविका मिशन से जुड़ी सभी सखियों के लिए टोल फ्री नंबर और कॉल सेन्टर की व्यवस्था करायी जाए। समूहों द्वारा निर्मित विशेष सामग्री के विपणन के लिए बड़ा इवेन्ट करके प्रजेंटेशन किया जाए। लखपति महिला कार्यक्रम भी प्रदेश, देश में एक नम्बर पर रहना चाहिए। उन्होंने कहा बीसी सखियों और विद्युत सखियों ने प्रदेश में उत्कृष्ट कार्य किया है। 9,315 विद्युत सखियों ने 268 करोड़ रुपए का विद्युत बिल कलेक्शन कर 3.67 करोड़ रुपए कमीशन प्राप्त किया है। केशव प्रसाद मौर्य योजना भवन लखनऊ में केन्द्रीय राज्यमंत्री साध्वी निरंजन ज्योति की उपस्थित में लखपति महिला योजना की समीक्षा कर रहे थे। समीक्षा बैठक में सभी जिलों के उपायुक्त (एनआरएलएम) वर्चुअल रूप से जुड़े रहे।
समय-समय पर हो योजना की समीक्षा
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि समूहों की महिलाओं की आमदनी बढ़ाने के लिए अभिनव क्रियाकलाप लाने पर विचार मंथन किया जाए, इसके लिए जो भी सुझाव आएंगे, उन्हें धरातल पर उतारने का पूरा प्रयास किया जाएगा। उन्होंने बताया गया कि बीसी सखियों द्वारा अपने कार्यों को करते हुए 19 करोड़ से अधिक का कमीशन प्राप्त किया गया हैं, इस योजना की समय-समय पर गहन समीक्षा की जाए और इसका प्रचार-प्रसार भी किया जाए तथा बीसी सखियों का उत्साहवर्धन किया जाए। बेसिक शिक्षा विभाग से समन्वय कर समूहों के माध्यम से स्कूल ड्रेस, बैग आदि बनाने व बिक्री करने की कार्य योजना बनाई जाए। सोलर उत्पादों के निर्माण व विपणन के लिए भी बेसिक शिक्षा विभाग से समन्वय कर इवेन्ट कर पब्लिक में प्रेरक मेसेज देने का कार्य करने की आवश्यकता पर उन्होंने बल दिया।
योजना को सफल बनाने के दिए मंत्र
उन्होंने कहा कि प्रदेश में 2,114 राशन की दुकानों का संचालन समूह सदस्यों द्वारा किया जा रहा हैं इसे बढ़ाने के लिए विस्तृत कार्ययोजना बनाने के उन्होंने निर्देश दिए। उप मुख्यमंत्री ने ग्राम गरीबी उन्मूलन के लिए ग्रामीण परिवारों के स्तर पर आजीविका संवर्धन के लिए समाज, सरकार और बाजार को जोड़कर लखपति महिला कार्यक्रम को सफल बनाने के मन्त्र दिए।
आज लखनऊ स्थित योजना भवन में मा0 केंद्रीय राज्य मंत्री सुश्री साध्वी निरंजन ज्योति (दीदी) जी के साथ उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन, (ग्राम्य विकास विभाग) द्वारा संचालित लखपति महिला योजना कार्यक्रम में सम्मिलित हुआ। pic.twitter.com/VSUDBeejy1
— Keshav Prasad Maurya (@kpmaurya1) November 15, 2022
गोशाला में गोबर के लट्ठे बनाने का प्लान्ट लगाने का प्रावधान हो
केन्द्रीय राज्यमंत्री उपभोक्ता खाद्य,एवं सार्वजनिक वितरण तथा ग्रामीण विकास मंत्रालय भारत सरकार साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा कि किसी भी देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए महिलाओं का सशक्त और स्वावलंबी होना नितांत आवश्यक है। ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा महिलाओं को आत्मनिर्भर व स्वावलंबी बनाने के सफल प्रयास किए जा रहे हैं। उत्तर प्रदेश में दुग्ध, पशुधन, जैविक खेती, सिलाई जैसे अनेक क्रियाकलापों में समूह की महिलाएं कामकर आत्म निर्भर हो रही हैं। प्रदेश के प्रत्येक जिले में कम से कम एक गोशाला में गोबर के लट्ठे बनाने का प्लान्ट लगाने का प्रावधान होना चाहिए। फतेहपुर में इस तरह का प्लान्ट लगाकर अच्छा कार्य हो रहा है और इसमें समूह की महिलाएं अच्छी कमाई कर रही हैं। समीक्षा बैठक में ग्राम्य विकास आयुक्त जी. एस. प्रियदर्शी, मिशन निदेशक, राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन इन्दुमती, राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के विभिन्न अधिकारी मौजूद रहे।