- उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने नवनिर्मित रेल उपरिगामी सेतु की नामकरण शिलापट्टिका का किया अनावरण
- रेल उपरिगामी सेतु का नामकरण महाराजा बिजली पासी के नाम पर किया गया
- जनपद कौशाम्बी में कुल 5 सेतुओं का निर्माण कार्य पूर्ण और 5 सेतु परियोजनायें निर्माणाधीन
लखनऊ : उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के उप मुख्यमंत्री (Deputy Chief Minister) केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) द्वारा आज उत्तर मध्य रेलवे (North Central Railway) के प्रयागराज-कानपुर (Prayagraj-Kanpur) रेल सेक्शन के किमी 879/1-3 पर सिराथू रेलवे स्टेशन के पहले समसा चौराहे के पास (जनपद-कौशाम्बी) नवनिर्मित रेल उपरिगामी सेतु के नामकरण शिलापट्टिका का अनावरण किया गया। इस सेतु का नामकरण महाराजा बिजली पासी रेल उपरिगामी सेतु रखा गया है। इसकी लम्बाई 801.425 मीटर और लागत रूपये 4024.33 लाख धनराशि है।
आयोजित कार्यक्रम के सम्बोधित करते हुए उप मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास की दृष्टि से चाहे सड़क हो या बिजली या आवास सहित अन्य जनकल्याणकारी योजनाओं से आमजन को लाभान्वित करने का लगातार प्रयास सरकार के गठन से ही किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जनपद में स्वास्थ्य सुविधाओं को और बेहतर बनाने का कार्य निरन्तर किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस रेल उपरिगामी सेतु के बनने से पूर्व फाटक बंद होने पर आमजन को घण्टों इंतजार करना पड़ता था और जाम की विकट स्थिति हो जाती थी, अब सेतु बन जाने से आमजन को आवागमन में सुगमता हो रही है। उन्होंने कहा कि आमजन से विचार-विमर्श करके इस सेतु का नाम महाराजा बिजली पासी रेल उपरिगामी सेतु रखा गया है, जिससे आने वाली पीढ़ी महापुरूषों से प्रेरणा ले सकें।
रेल उपरिगामी सेतु का निर्माण कार्य प्रारंभ हो गया है
उन्होंने कहा कि महाराजा बिजली पासी की जयंती आगामी 25 दिसंबर को है। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार रोही, भरवारी में रेल उपरिगामी सेतु बनने से आमजन को आवागमन में सुगमता हो रही है और अथसराय, सैयद सरावा और शुजातपुर में रेल उपरिगामी सेतु का निर्माण कार्य प्रारंभ हो गया है। बिदनपुर में रेल उपरिगामी सेतु बनाए जाने की घोषणा कर दी गयी है, शीघ्र ही निर्माण कार्य प्रारंभ हो जायेगा। उन्होंने कहा कि सिराथू में संत मलूकदास के नाम से रेल उपरिगामी सेतु का लोकार्पण गत दिनों किया गया है।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार के गठन के पश्चात जनपद कौशाम्बी में कुल 5 सेतुओं का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है (1 नदी सेतु और 4 आर.ओ.बी.), जिसकी लागत 165.97 करोड़ रूपये और कुल 5 सेतुओं का निर्माण कार्य चल रहा है (2 नदी सेतु और 3 आर.ओ.बी.), जिसकी लागत रूपये 277.65 करोड़ धनराशि है। उन्हाेंने कहा कि तहसील मंझनपुर के ग्राम बढ़हरी में भरत नदी पर सेतु का निर्माण कार्य प्रस्तावित है।
श्रद्धालुओं को भी सुगमता होगी और श्रद्धालुओं की संख्या और अधिक बढ़ेगी
इसी प्रकार उत्तर मध्य रेलवे के प्रयागराज-कानपुर रेल सेक्शन के सम्पार संख्या-19बी सिराथू रेलवे यार्ड पर अंडर पास का निर्माण कार्य, उत्तर मध्य रेलवे के अन्तर्गत जनपद प्रयागराज – कानपुर रेल खण्ड के कल्यानपुर बाजार वाया निधियावा से मदवा तक मार्ग पर रेलवे लाइन पार करने हेतु अण्डर पास का निर्माण कार्य, उत्तर मध्य रेलवे के अन्तर्गत प्रयागराज-कानपुर रेल खण्ड के कल्याणपुर से बिदनपुर तक मार्ग पर रेलवे लाइन पार करने हेतु अण्डर पास का निर्माण कार्य और उत्तर मध्य रेलवे के अनतर्गत प्रयागराज-कानपुर रेल खण्ड के मूरतगंज करावा-मरधरा मार्ग पर रेलवे लाइन पार करने के लिए अंडर पास का निर्माण कार्य प्रस्तावित है। इन प्रस्तावित निर्माण कार्यो का निर्माण कार्य शीघ्र प्रारंभ हो जायेगा। उन्होंने कहा कि इन सभी परियोजनाओं के पूर्ण हो जाने से मां शीतला देवी के दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं को भी सुगमता होगी और श्रद्धालुओं की संख्या और अधिक बढ़ेगी।
इस अवसर पर सांसद विनोद सोनकर, अध्यक्ष जिला पंचायत कल्पना सोनकर, विधायक शीतला प्रसाद उर्फ पप्पू पटेल, संजय कुमार गुप्ता, लाल बहादुर और अनीता त्रिपाठी सहित जिलाधिकारी सुजीत कुमार, पुलिस अधीक्षक राधेश्याम विश्वकर्मा, संयुक्त प्रबन्ध निदेशक सेतु निगम आर.के.सिंह और प्रोजेक्ट मैनेजर सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित रहे।