लखनऊ: उत्तर प्रदेश(Uttar Pradesh) के अवैध कब्जों पर बाबा योगी का बुलडोजर थमने का नाम नही ले रहा है। इस बार दिल्ली से सटे यूपी के मुख्य शहर नोएडा में करीब 55 करोड़ कीमत की जमीन कब्जा मुक्त कराई गई है। दरसल बीते बुधवार को नोएडा प्राधिकरण ने नोएडा के डूबने वाले क्षेत्र में अवैध रूप से बनाए गए अवैध निर्माण सहित 62 फॉर्म हाउसों को ध्वस्त कर दिया है। अवैध अतिक्रमण के खिलाफ शासन के कड़े निर्देश के तहत तिलवाड़ा और गुलावली गांव सहित अन्य इलाकों में कार्रवाई कर करीब 1.45 लाख वर्गमीटर लगभग 55 करोड़ कीमत का जमीन पर से अतिक्रमण हटाया गया है। इतना ही नही बल्कि, नोएडा प्राधिकरण इसमें सम्मलित भूमाफियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कठोर कार्रवाई करने की तरफ कदम उठा रही है।
विदित है प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी ने अवैध निर्माणों को ध्वस्त करने के निर्देश दिए थें। जिसके बाद नोएडा में स्थित हिंडन व यमुना नदियों के किनारे के क्षेत्र में रहे अंधाधुंध कब्जों पर यह कठोर कदम उठाया गया है । इस पूरे आपरेशन में कार्रवाई के दौरान प्राधिकरण के करीब 9 जेसीबी मशीनें, 8 डंफर के प्रयोग सहित करीब 150 कर्मचारीयों को सम्मलित किया गया था। यह पूरी कार्रवाई भूलेख विभाग और सिंचाई विभाग की संयुक्त डेमोलिशन डिपार्टमेंट के टीम द्वारा की गई है।
इस पूरे मामले सम्बन्धित अधिकारीयों का कहना है, नोएडा में स्थित नदियों के किनारे डूबने वाले इन क्षेत्रों में अनधिकृत व अनियोजित अवैध निर्माण का मामला बहुत ही गंभीर था। हमें इस पूरे कब्जे पर अतिशीघ्र कार्रवाई करने की आवश्यकता थी। हमें अपर शासन-प्रशासन द्वारा पहले ही आगाह किया गया था, कि नदियों के डुबाव क्षेत्र व अधिसूचित क्षेत्र मेंबनाए जा रहे कॉलोनियों, फॉर्म हाउस के कारोबार में लिप्त भूमाफियाओं के चंगुल न फंसकर उचित कार्रवाई करना है। जिसके तहत हमने कार्रवाई कर करोड़ों की जमीन कब्जा मुक्त करवाया है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कड़े आदेश के चलते यूपी के अन्य जिलों में भी इस तरह कार्यवाई लगातार हो रही है।