File Pic
File Pic

    Loading

    -राजेश मिश्र

    लखनऊ: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) ही भारत का ग्रोथ इंजन है और यहां के लोगों की बेहतरी में ही देश की बेहतरी। अगर उत्तर प्रदेश खुशहाल है तो भारत का हर छठा व्यक्ति खुशहाल होगा। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आयोजित ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी (Ground Breaking Ceremony) में 80,224 करोड़ रुपए की 1,406 औद्योगिक परियोजनाओं (Industrial Projects) की शुरुआत करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने कहा कि जब से यहां डबल इंजन की सरकार बनी तो काम भी तेज हुआ है और हर क्षेत्र में सुधार हुआ है। उत्तर प्रदेश के विकास के लिए केंद्र सरकार सभी जरुरी कदम उठाएगी। केंद्र की गतिशक्ति योजना हो या प्रदेश में बन रहा डिफेंस कॉरिडोर अथवा लगातार मजबूत हो रहा डिजिटल इंफ्रासट्रक्चर (Digital Infrastructure) इन सभी का सबसे ज्यादा लाभ उत्तर प्रदेश को मिलने वाला है।

    उद्योग जगत के दिग्गज प्रतिनिधियों कुमार मंगलम बिड़ला, गौतम अदानी, निरंजन हीरानंदानी सहित कईयों की उपस्थिति में प्रधानमंत्री उत्तर प्रदेश में हुए बदलाव की सराहना की और उन्हें काशी आने का निमंत्रण दिया। मोदी ने कहा कि काशी का सांसद होने के नाते उन्होंने उत्तर प्रदेश में आया बदलाव देखा है और उद्यमी भी अपने अनुभव के आधार पर सराहना कर रहे हैं।

    …तो व्यापारियों में विश्वास बढ़ा है और जनता में भी

    उन्होंने कहा कि आज उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था में सुधार है तो व्यापारियों में विश्वास बढ़ा है और जनता में भी। इसी जनता के विश्वास के भरोसे 37 साल बाद योगी ने लगातार दो बार सरकार बनायी है। उन्होंने उत्तर प्रदेश में निवेश करने वाले उद्यिमयों से कहा कि यह उत्तर प्रदेश की युवा शक्ति पर भरोसा है। रिकॉर्ड निवेश उत्तर प्रदेश में रोजगार के तमाम अवसर पैदा करेगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज दुनिया में जो वैश्विक परिस्थितियां बनीं हैं वो भारत के लिए बड़े अवसर लेकर आयी हैं। दुनिया आज भारत के पोटेंशियल को देख रही है और इसके प्रदर्शन की सरहना कर रही है। भारत में कोरोना काल में भी विकास रुका नहीं, बल्कि सुधारों की की गति को और बढ़ा दिया। इसी के चलते आज हम जी-20 दे देशों की अर्थव्वस्थाओं में सबसे तेजी से विकास  कर रहे हैं और भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा ऊर्जा उपभोक्ता है।

    रिफार्म, परफार्म और ट्रांसफार्म के रास्ते पर पर आगे बढ़े 

    प्रधानमंत्री ने कहा कि बीते साल दुनिया के 100 से ज्यादा देशों से 84 बिलियन डालर का रिकॉर्ड एफडीआई भारत में आया है। केंद्र की सरकार लगातार नयी नीतियां बना रही है और पुरानी में सुधार कर रही है। बीते आठ सालों में रिफार्म, परफार्म और ट्रांसफार्म के रास्ते पर पर आगे बढ़े हैं। तमाम पुराने कानूनों को खत्म किया है।जटिलताओं को समाप्त करते हुए वन नेशन वन टैक्स, वन नेशन मोबाइलिटी कार्ड और वन नेशन वन राशन कार्ड लाए।

    … तो ड्राइविंग फोर्स उत्तर प्रदेश ही बनेगा

    उत्तर प्रदेश के विकास को अहम बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि आबादी को देखते हुए यहां की बेहतरी भारत के हर छठे व्यक्ति की बेहतरी है और यही 21 वीं सदी में भारत के ग्रोथ को गति देगा। उन्होंने कहा कि यहां देश का 16 फीसदी उपभोक्ता रहता है तो ड्राइविंग फोर्स उत्तर प्रदेश ही बनेगा। उत्तर प्रदेश एक ऐसा राज्य है जहां  हर जिले का अपना एक खास उत्पाद है और इतनी बड़ी तादाद में एमएसएमई हैं। जिस प्रदेश को अनेक नदियों का आर्शीवाद प्राप्त है उसे तेज विकास से भला कौन रोक सकता है।

    कॉरपोरेट के लिए निवेश का सुनहरा अवसर 

    केंद्रीय बजट का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि गंगा के दोनो किनारे पर पांच-पांच किलोमीटर के कॉरिडोर में आर्गेनिक फार्मिंग की योजना दी गयी है। उत्तर प्रदेश में गंगा 25 से 30 जिलों से होकर गुजरती है तो आर्गेनिक फार्मिंग की योजना यहां के लिए बड़ी बनने जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने फूड पालिसी घोषित की है और इस क्षेत्र में कारपोरेट के लिए निवेश का सुनहरा अवसर है। प्रदेश में बन रहे रक्षा गलियारे को बड़ी संभावना बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में आज रक्षा निर्माण पर जोर है। केंद्र ने फैसला लिया है कि रक्षा में इस्तेमाल होने वाली 300 चीजें विदेश से नहीं आएंगी। अब इन 300 चीजों का उद्यमियों के लिए सुनिश्चित बाजार हो गया है।

    पीएम ने केंद्र की सरकार आठ सालों की उपलब्धियां गिनाई 

    केंद्र की सरकार के आठ सालों की उपलब्धियां गिनाते हुए मोदी ने कहा कि 2014 में हमारे देश में 6।5 करोड़ ब्राडबैंड उपभोक्ता थे जो आज 78 करोड़ से ज्यादा हैं। उस समय  एक जीबी डेटा 200 रुपए का था जो आज 11-12 रुपए है। उन्होंने कहा कि भारत दुनिया के उन देशों में है जहां इतना सस्ता डेटा है। देश में 2014 में 11 लाख किलोमीटर आप्टिकल फाइबर की लाइनें बिछायी गयी थी जो आज 28 लाख किलोमीटर पार कर गयी है। दुनिया के डिजिटल ट्रांजैक्शन का 40 फीसदी केवल भारत में हो रहा है। देश में 2014 से पहले 100 स्टार्ट अप थे आज ये तादाद 70,000 के आसपास हैं।