लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (Uttar Pradesh Assembly ELection) के पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Aditynath) ने गन्ना किसानों को लेकर बड़ा ऐलान किया है। मुख्यमंत्री ने गन्ने के मौजूदा समर्थन मूल्य को 25 रुपए प्रति क्विंटल बढ़ाते हुए 325 से 350 रूपये कर दिया है। रविवार को राजधानी लखनऊ में आयोजित किसान सम्मेलन को संबोधित करते हुए यह ऐलान किया।
मुख्यमंत्री ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा, “पिछले 4.5 सालों के अंदर हमने किसानों से अन्न की रिकॉर्ड खरीद की है। इससे पहले की सरकारें भी कर सकती थीं। पिछली सरकारों से पूछना चाहिए कि उन्होंने किसानों से अन्न खरीदने की व्यवस्था क्यों नहीं की?”
हमने बंद चीनी मिलों को किया शुरू
मुख्यमंत्री ने कहा, “बहुजन समाजवादी सरकार के दौरान 21 चीनी मिलें बंद हुई थीं। उन्होंने औने-पौने दामों पर चीनी मिलों को बेच दिया था। 250-300 करोड़ रुपए की चीनी मिलों को 25-30 करोड़ रुपए में बेचने का काम हुआ था।”
उन्होंने कहा, “समाजवादी पार्टी की सरकार में 11 चीनी मिलें बंद हुई थीं। हमने बंद चीनी मिलों को चलाने का काम किया। SP, BSP सरकारों ने जिन चीनी मिलों को बेचने का काम किया था उनमें से जो चीनी मिलें वापस आ सकती थी हमने उनमें नए संयंत्र लगाकर शुरू किया।”
कोरोना काम में भी चलाई चीनी मिले
मुख्यमंत्री ने कहा, “COVID महामारी के दौरान, ब्राजील में चीनी उद्योग ठप हो गया, जो दुनिया का सबसे बड़ा चीनी उत्पादक है। महाराष्ट्र में आधे से ज्यादा चीनी मिलें और कर्नाटक में कुछ मिलें भी बंद हो गईं लेकिन यूपी सरकार ने सभी 119 मिलें चलाईं।”
मुख्यमंत्री ने गन्ना के रेट में बढ़ोतरी करते हुए कहा, “यूपी सरकार ने गन्ने का एमएसपी 325 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 350 रुपये प्रति क्विंटल करने का फैसला किया है। इससे किसानों को 8% अतिरिक्त आय मिलेगी…हमने किसानों के खिलाफ दर्ज मामलों को वापस लेने की प्रक्रिया तेज कर दी है।”
UP govt has decided to increase MSP for sugarcane from Rs 325/quintal to Rs 350/quintal. This'll provide 8% additional income to farmers…We've intensified the process of withdrawing cases lodged against farmers: CM Yogi Adityanath in Lucknow pic.twitter.com/HtXBe5yPjX
— ANI UP (@ANINewsUP) September 26, 2021
गेहूं के दिए सही दाम
सीएम योगी ने कहा, “अगर हम गेहूं खरीद की बात करें तो पिछली सरकार ने 19,02,098 किसानों को 12,808 करोड़ रुपए का भुगतान किया था। हमारी सरकार ने 43,75,574 किसानों को 36,504 करोड़ रुपए का गेहूं भुगतान उनके खाते में किया।”