MP Rita Bahuguna Joshi
रीता बहुगुणा जोशी, सांसद

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    -राजेश मिश्र

    लखनऊ : अपने बाद बेटे-बेटी को उत्तराधिकार सौंपने के लिए नेता कुछ भी कर गुजरने को तैयार हैं। प्रयागराज से भाजपा सांसद रीता बहुगुणा जोशी ने भी बेटे को विधानसभा टिकट मांगते हुए अनूठी पेशकश की है। रीता बहुगुणा जोशी ने बेटे टिकट के लिए खुद की कुर्बानी देने की पेशकश की है। प्रयागराज सांसद रीता बहुगुणा जोशी ने कहा है कि वो सांसद पद से इस्तीफा देने को तैयार हैं, बशर्ते उनके बेटे को लखनऊ कैंट विधानसभा (Lucknow Cantt Assembly) से भाजपा विधायक (BJP MLA) का टिकट (Ticket) दे दें। 

    रीता जोशी ने इस बाबत भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को पत्र भी लिखा है। जिस लखनऊ कैंट विधानसभा सीट से वो अपने बेटे के लिए टिकट मांग रही हैं, वहां से प्रदेश के एक उप मुख्यमंत्री, दो मंत्री और भाजपा के कई कद्दावर नेता टिकट मांग रहे हैं। गौरतलब है कि भाजपा ने यूपी में इस बार एक परिवार, एक टिकट के सिद्धांत पर अमल करने का फैसला किया है।

    रीता बहुगुणा जोशी ने जेपी नड्डा को लिखा पत्र

    रीता बहुगुणा जोशी का कहना है कि वैसे भी उन्होंने तय कर लिया है कि वह 2024 में लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ेंगी। इसकी जगह अब वह पार्टी के लिए काम करेंगी और संगठन में काम करने का उनका पुराना अनुभव है। उनका कहना है कि लोकसभा का कार्यकाल खत्म होने से ही पहले वो इस्तीफा देने को तैयार, पर बेटे का टिकट पक्का कर दिया जाए। रीता बहुगुणा जोशी ने जेपी नड्डा को लिखे पत्र में कहा है कि उनका बेटा बहुराष्ट्रीय कंपनी की नौकरी छोड़ कर कई सालों से समाजसेवा कर रहा है और लखनऊ कैंट विधानसभा क्षेत्र में चुनाव की तैयारी कर रहा है। उन्हें परिवार में एक ही टिकट की जानकारी नहीं थी। पता चलने पर वो अपनी प्रयागराज की सांसद की सीट छोड़ने को तैयार हैं पर पार्टी उनके बेटे को टिकट दे दे। उनका कहना है कि बेटा बीते 12 सालों से कैंट विधानसभा क्षेत्र में काम कर रहा है और क्षेत्र की जनता भी यही चाहती है कि वो चुनाव लड़े।

    भाजपा के लिए सबसे सुरक्षित मानी जाती है कैंट सीट

    गौरतलब है कि ब्राह्म्ण बाहुल्य और पूरी तरह से पाश लखनऊ कैंट सीट भाजपा के लिए सबसे सुरक्षित मानी जाती है। रीता बहुगुणा जोशी को छोड़ बीते कई चुनावों से यहां भाजपा ही जीतती रही है। रीता ने 2012 में कांग्रेस के टिकट पर लड़कर यहां जीत हासिल की थी पर 2017 में वो फिर भाजपा का प्रत्याशी बन कर उतरीं और जीत हासिल की।

    कई नेता मांग रहे कैंट सीट से टिकट

    कैंट विधानसभा से वर्तमान विधायक सुरेश तिवारी के साथ ही उप मुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा, कैबिनेट मंत्री ब्रजेश पाठक, डा. महेंद्र सिंह, युवा मोर्चे के राष्ट्रीय महामंत्री अभिजात मिश्रा, लखनऊ की मेयर संयुक्ता भाटिया की बहू रेशू भाटिया सहित कई बड़े नेता टिकट मांग रहे हैं। इसके अलावा मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव 2017 में लखनऊ कैंट विधानसभा का चुनाव सपा के टिकट पर लड़ कर रीता बहुगुणा से हार गयी थीं। अपर्णा के अब सपा में संबंध ठीक नहीं चल रहे हैं। चर्चा चल रही है कि वो भाजपा में जा सकती हैं। अपर्णा अगर भाजपा में जाती हैं तो वो भी इसी कैंट सीट के लिए दावेदार होंगी।