अयोध्या में जमीनों के अवैध धंधे में बीजेपी नेता, विधायक और मेयर भी शामिल, गिरेंगे अवैध निर्माण

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    -राजेश मिश्र

    लखनऊ : राम मंदिर (Ram Mandir) निर्माण की शुरुआत के बाद से कीमतों में आए उछाल ने अयोध्या (Ayodhya) को भूमाफियाओं (Land Mafia) के लिए स्वर्ग बना दिया है। रामनगरी अयोध्या में अवैध (Illegal) रुप से जमीनों की खरीद फरोख्त करने और अवैध कालोनियां बसाने वालों में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी के नेता (Leader), विधायक (MLA) और शहर के मेयर (Mayor) तक शामिल हैं। पहले मंदिर निर्माण ट्रस्ट को सस्ती जमीनें (Lands) उंचे दामों पर बेंचने का मामला सामने आने के बाद अब बड़े पैमाने पर जमीनों के अवैध धंधे का खुलासा हुआ है। 

    रोचक यह है कि जमीनों के अवैध धंधे को सामने लाने का काम भी खुद बीजेपी सांसद के एक पत्र के बाद हुआ है। अयोध्या विकास प्राधिकरण ने शहर में अवैध भूखंड बेंच कर आवासीय कालोनियां विकसित करने वालों की एक सूची जारी की है। इस सूची में बीजेपी के स्थानीय विधायक वेद प्रकाश गुप्ता, पूर्व विधायक बाबा गोरखनाथ और शहर के मेयर ऋषिकेश भी शामिल हैं। 

    अवैध जमीनों पर बने सभी मकान ध्वस्त किए जाएंगे

    प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विशाल सिंह ने कहा है कि 40 उन लोगों की सूची सार्वजिनक कर दी गयी है, जिन्होंने अवैध रुप से जमीनों की खरीद फरोख्त की है और आवासीय कालोनियां बसाने में मदद की है। उन्होंने कहा कि अवैध जमीनों पर बने सभी मकान ध्वस्त किए जाएंगे। प्राधिकरण उपाध्यक्ष ने लोगों से अपील की है कि अवैध जमीनों पर निर्माण न कराएं क्योंकि जल्द ही इन पर कारवाई की जाएगी। 

    विकास के लिए नया मास्टर प्लान तैयार

    गौरतलब है कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण शुरु होने के बाद से बीते दो सालों में जमीनों की कीमतें तेजी से बढ़ी हैं और उसकी अनुपात मे अवैध जमीनों का कारोबार भी बढ़ा है। प्रदेश सरकार ने अयोध्या के विकास के लिए नया मास्टर प्लान तैयार किया है। आवास विकास परिषद को बड़ी तादाद में जमीन उपलब्ध कारयी जा रही है जहां पर विकसित आवासीय कालोनी बसाई जाएगी। 

    विकास प्राधिकरण की ओर से जारी की गयी 40 भूमाफियाओं की सूची में प्रापर्टी डीलर सुल्तान अंसारी और उसके पिता नन्हें मियां का नाम भी है। इन दोनो पर आरोप था कि इन्होंने दो करोड़ रुपए की जमीन अपने नाम बैनामा कराने के बाद अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण करा रहे ट्रस्ट को 18.5 करोड़ रुपए में बेंच दी थी।

    एसआईटी जांच की मांग

    गौरतलब है कि बीते साल नवंबर में भी सस्ते में खरीदी गयी जमीन को उंचे दानों पर राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण ट्रस्ट को बेंचने का मामला प्रकाश में आया था। विपक्ष के शोर-शराबे के बाद प्रदेश सरकार इसके लिए जांच समिति का गठन किया था। हाल ही में बीजेपी के स्थानीय सांसद लल्लू सिंह ने मुख्यमंत्री योगीआदित्यनाथ को पत्र लिख कर अयोध्या में हो रही जमीनों की अवैध खरीद फरोख्त को लेकर एसआईटी जांच की मांग की थी। सपा नेता, पूर्व राज्यमंत्री और पूर्व में अयोध्या से विधायक रहे पवन पांडे ने भी पत्र लिख कर विकास प्राधिकरण और राजस्व विभाग के अधिकारियों पर आरोप लगाते हुए उन पर जमीनों के गोरखधंधे में शामिल होने की बात उठायी थी।