फर्रुखाबाद: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस से वर्ष 2008 में हुए मालेगांव बम विस्फोट कांड में खुद को तथा कुछ अन्य हिंदू नेताओं को फंसाने की साजिश करने के लिए देश की जनता से माफी मांगने को कहा है।
मुख्यमंत्री ने यहां 196 करोड़ रुपए की 174 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करने के बाद अपने संबोधन में कहा “आज आपने महाराष्ट्र एटीएस का एक बयान देखा होगा। उस समय कैसे भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नेताओं एवं अन्य हिंदू नेताओं को झूठे मुकदमे में फंसाने का कार्य कर रहे थे।”
उन्होंने कहा “आपने मालेगांव विस्फोट के मामले में देखा होगा। कांग्रेस की शरारत देश के खिलाफ एक अपराध है और पार्टी को इसके लिए देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए।”
#WATCH Congress ruled for a long time…You must have seen Maharashtra ATS statement…you must have seen how at that time they used to put wrong cases on workers and leaders of BJP, RSS in the 2008 Malegaon blast case. Congress should apologise for it: UP CM Yogi Adityanath pic.twitter.com/0BAKVa9jRz
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) December 29, 2021
योगी का यह बयान 2008 के मालेगांव विस्फोट मामले के एक गवाह के मुकर जाने और मुंबई की एक अदालत में यह गवाही देने के बाद आया है कि तत्कालीन वरिष्ठ एटीएस अधिकारी परम बीर सिंह और एक अन्य अधिकारी ने उसे उत्तर प्रदेश के मौजूदा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और इंद्रेश कुमार सहित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के चार नेताओं का नाम लेने को कहा था। धन की उगाही करने और अन्य मामलों का सामना कर रहे परम बीर सिंह को इसी महीने निलंबित कर दिया गया था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आतंकवादियों को प्रेरित और पोषित करने वाली कांग्रेस देश के साथ कैसे खिलवाड़ कर रही है, यह किसी से छुपा नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस पहले जब सत्ता में थी तब वह आतंकवादियों को प्रेरित और पोषित करती थी और हिंदू संगठनों पर झूठे मुकदमे दर्ज कराती थी और आज जब सत्ता के बाहर है तो हर उस कार्य का विरोध करती है जो विकास और जनता के हित के लिए हो रहा है।
अपने बयान में, गवाह ने दावा किया कि एटीएस ने उसे प्रताड़ित किया और अपने कार्यालय में अवैध रूप से बैठाया। इस मामले में अब तक 220 गवाहों से पूछताछ हो चुकी है और उनमें से 15 मुकर गए हैं।
गौरतलब है कि 29 सितंबर 2008 को महाराष्ट्र के मालेगांव में हुए बम विस्फोट में छह लोगों की मौत हो गई थी तथा 100 से अधिक लोग घायल हो गए थे। मामले के आरोपियों में लोकसभा सदस्य प्रज्ञा सिंह ठाकुर, लेफ्टिनेंट कर्नल प्रसाद पुरोहित, सुधाकर द्विवेदी, मेजर रमेश उपाध्याय (सेवानिवृत्त), अजय रहीरकर, सुधाकर द्विवेदी, सुधाकर चतुर्वेदी और समीर कुलकर्णी शामिल हैं। ये सभी जमानत पर बाहर हैं।(एजेंसी)