CM Yogi
File Pic

    Loading

    मथुरा: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) अपने दो दिवसीय मथुरा प्रवास के दूसरे दिन बुधवार को इस्कॉन (ISKCON) द्वारा संचालित भक्ति वेदांत गुरुकुल और इंटरनेशनल स्कूल (Bhakti Vedanta Gurukul and International School) परिसर पहुंचे। उन्होंने यहां भगवान श्रीकृष्ण और बलराम के मंदिर का लोकार्पण करने के साथ ही पूजन-अर्चन किया। इसके पश्चात उन्होंने भक्ति वेदांत गुरुकुल की ओर से संचालित दुग्ध प्रसंस्करण के लिए डेयरी प्लांट का उद्घाटन किया। 

    अपने उद्बोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें अगर किसानों की आमदनी को बढ़ाना है तो दुग्ध से बने उत्पादों को प्राथमिकता देना होगा। साथ ही भारतीय नस्ल के गोवंश सुरक्षित रहें इसके प्रयास किए जाने चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज गाय के दूध और गोमय से तमाम उत्पाद बनाए जा रहे हैं। इस्कॉन को इस क्षेत्र में अहम भूमिका निभानी चाहिए। 

    सीएम ने स्वामी प्रभुपाद महाराज को किया नमन

    मुख्यमंत्री ने कहा कि मथुरा के रज रज में भगवान श्रीकृष्ण और राधा रानी के दर्शन होते हैं। आज यहां गुरुकुल में निर्मित भव्य मंदिर में भगवान श्रीकृष्ण और दाऊ की प्रतिमा रखी गयी और इसका लोकार्पण किया गया है। साथ ही गोसेवा के लिए समर्पित दुग्ध प्रसंस्करण केंद्र का भी शुभारंभ हुआ है। मुख्यमंत्री ने इस्कॉन के संस्थापक स्वामी प्रभुपाद महाराज को नमन करते हुए कहा कि वे एक सन्यासी थे और हरे कृष्णा मूवमेंट के साथ उन्होंने इस्कॉन की स्थापना की। उन्होंने पूरी दुनिया में 108 मंदिरों के निर्माण के साथ ही श्रीमद्भागवत और श्रीकृष्ण की लीला और उनकी भक्ति का प्रचार प्रसार किया। आज उनके अनुयायी इस क्षेत्र में पूरी ऊर्जा के साथ जुड़े हुए हैं। इसी कड़ी में 1976 में यहां गुरुकुल की स्थापना हुई थी और आज इसमें दो नई कड़ियां जुड़ी हैं। 

    मिलकर भारतीय नस्ल की उन्नत गोवंश के लिए करना होगा काम

    मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां मुझे उन्नत नस्ल की भारतीय गोवंश देखने को मिला है। हमे मिलकर भारतीय नस्ल की उन्नत गोवंश के लिए कार्य करना होगा। ये कार्य मथुरा के वेटरिनरी विश्वविद्यालय में पहले से हो रहा है। इस्कॉन को वहां जाकर इसे देखना और समझना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब निराश्रित गाय सड़कों पर घूमती हैं, तो कई बार ये दंगों का कारण भी बनती हैं। सरकार गोवंश संरक्षण के लिए अनेक योजना चला रही है। प्रदेश के अंदर नौ लाख से अधिक गोवंश की देखभाल सरकार कर रही है। भारतीय नस्ल के गोवंश सुरक्षित रहें इसके लिए सरकार की ओर से लगातार प्रयास किये जा रहे हैं।

    गोमूत्र और गोबर से बन रहा पेंट

    मुख्यमंत्री ने कहा कि ब्रज की धरती भगवान के अवतार की धरती है। यहां से संतों ने वैश्विक स्तर पर पहचान बनाई। हमारा दायित्व है कि ये धरती भगवान की लीला भूमि के साथ गोसेवा की भूमि भी बने। भारतीय नस्ल के गोवंश से न केवल दुग्ध पदार्थ बल्कि सीएनजी भी बन रही है, बल्कि बदायूं में गोमूत्र और गोबर से पेंट भी बन रहा है। हमें मिलकर इस काम को आगे बढ़ाने की जरूरत है। हमें प्राकृतिक कृषि को प्रधानता देनी होगी। इस्कॉन को इसमें लीड करना होगा। 

    सीएम ने बताया-खारे पानी और नमकीन मिट्टी की समस्या का समाधान  

    मुख्यमंत्री ने कहा कि मथुरा क्षेत्र में जहां खारा पानी और नमकीन मिट्टी की समस्या है उसका भी समाधान गोमय से निर्मित जीवामृत और घनामृत है। इससे धरती के विष को खत्म किया जा सकता है। साथ ही जल का संरक्षण भी महत्वपूर्ण है। आज गाय केवल दूध देने तक ही सीमित ही नहीं है। इसे हम नेचुरल फॉर्मिंग से भी जोड़ सकते हैं। फर्टीलाइजर और केमिकल फार्मिंग की जगह नेचुरल फार्मिंग से धरती की शुद्धि के साथ ही फसल की शुद्धि और उत्पादन पर सकारात्मक असर पड़ता है। 

    हर तहसील में गो प्रसंस्करण केंद्र का हो निर्माण 

    मुख्यमंत्री ने इस्कॉन का आह्वान करते हुए कहा कि संस्था को पूरे मथुरा में दुग्ध समितियों का गठन करते हुए दूध प्रसंस्करण को बढ़ावा देने का बीड़ा उठाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें हर गांव में महिलाओं के सहयोग से दुग्ध समितियों का गठन करना होगा। दूध डेयरी में पहुंचे इसे सुनिश्चित करना होगा। अगर किसान की आमदनी को बढ़ाना है तो दूध के उत्पादों पर विशेष तौर पर कार्य करना होगा, क्योंकि हम सब जानते हैं कि दूध से ज्यादा दाम दही, मक्खन और घी में मिल सकता है। अगर हम ऐसा कर पाते हैं तो निश्चित रूप से इसका लाभ किसान को लाभ मिलेगा। हर तहसील में गो प्रसंस्करण केंद्र का निर्माण हो सके इस दिशा में भी कार्य करना होगा। ऐसा करके ही हम ग्राम स्वराज्य की परिकल्पना को साकार कर सकेंगे। राज्य सरकार हर सकारात्मक कार्यक्रम के साथ खड़ी है। कार्यक्रम में संत गोपाल कृष्ण गोस्वामी, यूपी के मंत्री और स्थानीय विधायक चौधरी लक्ष्मी नारायण, सांसद हेमामालिनी, विधायक पूरन प्रकाश, मेघ श्याम सिंह, राजेश चौधरी, शैलजा कांत मिश्र, आईआईटी मंडी के डायरेक्टर और इस्कॉन के डॉ लक्ष्मीधर मेहरा मौजूद रहे। 

    पहले जवाहरबाग में क्या हुआ ये सब जानते हैं

    मुख्यमंत्री ने सांसद हेमामालिनी के जवाहरबाग में आयोजित कार्यक्रम की चर्चा करते हुए कहा हम सभी जानते हैं कि सात साल पहले जवाहरबाग किन वजहों से चर्चा में था, मगर आज ये ब्रज की संस्कृति को आगे बढ़ाने के काम आ रहा है। अच्छे लोग आएंगे तो अच्छा कार्य होगा। गौरतलब है कि मथुरा के जवाहर बाग में 2 जून 2016 को हिंसा हुई थी। जिसमें दो पुलिस अफसरों समेत 29 लोगों की जान चली गई थी।