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-राजेश मिश्र

लखनऊ: अप्रैल के आखिरी और मई के शुरुआती दिनों में हुई बारिश (Rain) के बाद एक बार फिर से उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में पारा चढ़ने लगा है। इसी के साथ प्रदेश में बिजली की मांग भी बढ़ने (Demand for Electricity Increased ) लगी हैं। बीते एक सप्ताह में ही प्रदेश में बिजली (Electricity) की मांग में 5,000 मेगावाट का इजाफा हो चुका है। आने वाले दिनों में मांग बढ़ने की आशंका को देखते हुए उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन (Uttar Pradesh Power Corporation Ltd.) ने एनर्जी एक्सचेंज से खरीद बढ़ाने के साथ ही बंद पड़े बिजली घरों को जल्दी चालू करने के निर्देश दिए हैं।

पावर कारपोरेशन के अधिकारियों के मुताबिक, पहली मई को प्रदेश में बिजली की मांग 14,675 मेगावाट थी जो शनिवार को बढ़कर 19,500 मेगावाट का पार पहुंच गयी है। दो दिनों की बारिश के बाद तापमान में आयी गिरावट अब खात्में पर है और एक बार फिर से पारा चढ़ने लगा है। 

बिजली की मांग 24,000 मेगावाट पहुंचने के आसार 

आने वाले दिनों में प्रदेश में बिजली की मांग 24,000 मेगावाट पहुंचने के आसार हैं। मौसम विभाग के अनुमानों के मुताबिक मानसून में देरी के आसार हैं लिहाजा जून में बिजली की मांग उपर बनी रहेगी। अधिकारियों का मानना है कि जून में बिजली की मांग बढ़कर 25,000 से 26,000 मेगावाट जा सकती है।

बंद चल रही इकाइयों में शुरु होगा बिजली का उत्पादन

हालांकि गर्मी के पहले ही पॉवर कारपोरेशन ने बिजली की मांग के मुताबिक व्यवस्था की थी। विभिन्न राज्यों के साथ बैंकिंग पावर समझौते किए गए थे, जबकि एनर्जी एक्सचेंज से खरीद की व्यवस्था की गयी थी। इसी महीने प्रदेश में जवाहरपुर तापीय बिजली परियोजना की पहली इकाई से 660 मेगावाट का उत्पादन शुरु हो जाएगा। साथ ही ओबरा में भी 670 मेगावाट की एक इकाई में उत्पादन चालू हो जाएगा। ऊर्जा विभाग ने जल्दी ही ओबरा में बंद चल रही एक और अनपरा की दो इकाइयों में उत्पादन फिर से शुरू करने को कहा है।

एनर्जी एक्सचेंज से खरीद की जाती हैं

वर्तमान में प्रदेश के विद्युत उत्पादन निगम की इकाइयों से 3,077 मेगावाट, 180 मेगावाट जल विद्युत और बारा मेजा और करछना की निजी बिजली इकाइयों से 4,620 मेगावाट बिजली का उत्पादन किया जा रहा है। इसके बाद केंद्रीय कोटे से 7,250 मेगावाट बिजली मिल रही है। प्रदेश में बिजली के बढ़ी मांग को पूरा करने के लिए विभिन्न राज्यों से समझौता आधारित एक्सचेंज के अलावा एनर्जी एक्सचेंज से खरीद की जाती है। पावर कारपोरेशन ने आने वाले दिनों में बढ़ने वाली मांग को देखते हुए निर्देश दिए हैं कि उत्पादन निगम की सभी इकाइयों को पूरी क्षमता के साथ चलाया जाए व बंद पड़े बिजली घरों को चालू किया जाए। इसके अलावा जवाहरपुर और ओबरा की नई इकाई में उत्पादन अगले सप्ताह तक शुरु कर दिया जाए।