hindu temple
File Photo

    Loading

     -राजेश मिश्र

    लखनऊ: राम मंदिर (Ram Mandir) निर्माण शुरु होने के साथ ही देश-विदेश के लोगों में अयोध्या (Ayodhya) में बसने की चाहत बढ़ने लगी है। रामनगरी में जहां पर्यटकों की आमद पहले के मुकाबले कई गुना बढ़ी हैं, वहीं यहां पर जमीनों की कीमत में भी आग लग गयी है। राजधानी लखनऊ से भी महंगी जमीनें अयोध्या में मिलने लगी हैं और मांग के मुताबिक विकसित भूखंड नहीं मिल पा रहे हैं।

    अयोध्या में बढ़ी आवासीय मांग को देखते हुए उत्तर प्रदेश आवास विकास परिषद (Uttar Pradesh Avas Vikas Parishad) जल्द ही 10,000 से ज्यादा भूखंडों का आवंटन शुरु करेगा। मंदिर निर्माण के साथ ही उमड़ने वाली श्रद्धालुओं और पर्यटकों की भारी भीड़ की सुविधा के लिए अयोध्या में बड़े पैमाने पर होटल, गेस्ट हाउस और धर्मशालाओं का निर्माण शुरु होने जा रहा हैं। देश के विभिन्न राज्यों ने भी अयोध्या में अपने राजकीय गेस्ट हाउस बनाने की इच्छा जताई है।

    सभी राज्यों को अपना गेस्ट हाउस अयोध्या में बनाने के लिए जमीन देने का फैसला 

    परिषद अधिकारियों ने बताया कि अब तक कर्नाटक, सिक्किम, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड और नागालैंड ने अयोध्या में अपने प्रदेश का गेस्ट हाउस बनाने के लिए जमीन लेने की इच्छा जतायी है। प्रदेश सरकार ने देश के सभी राज्यों को अपना गेस्ट हाउस अयोध्या में बनाने के लिए जमीन देने का फैसला किया है। आवास विकास परिषद ने इस संदर्भ में देश के सभी राज्यों को पत्र लिख कर जमीन के बारे में पूछा है। अधिकारियों का कहना है कि मांग के हिसाब से भूखंड विकसित किए जाएंगे औऱ सभी राज्यों को इच्छानुसार जमीन दी जाएगी।

    अयोध्या में बड़े पैमाने पर होंगे धर्मशालाओं के निर्माण 

    श्रद्धालुओं और पर्यटकों की सुविधा के लिए अयोध्या में बड़े पैमाने पर धर्मशालाओं के निर्माण को भी आवास विकास परिषद प्रोत्साहित करेगी। अयोध्या में प्रवेश के सभी रास्तों पर इन धर्मशालाओं का निर्माण किया जाएगा। अयोध्या विकास प्राधिकरण के मुताबिक, लखनऊ-अयोध्या मार्ग पर 600 कमरे, रायबरेली मार्ग पर 200 कमरे, प्रयागराज मार्ग पर 200 जबकि अंबेडकरनगर मार्ग पर 250 कमरों की धर्मशालाओं का निर्माण किया जाएगा। गोंडा कटरा से होकर अयोध्या तक आने वाले मार्ग में 370 कमरों की धर्मशाला का निर्माण कराया जाएगा। अयोध्या विकास प्राधिकरण के अधिकारियों का कहना है कि रामनगरी में सभी वर्गों के लोग आते हैं जिसे देखते हुए बड़े होटलों, गेस्ट हाउसों से लेकर आश्रमों व धर्मशालाओं के लिए जमीन दी जाएगी।

    मेगा हाउसिंग कालोनी विकसित करने की योजना

    दूसरी ओर, राम मंदिर निर्माण के बाद देश और विदेश के लोगों की अयोध्या में बसने की बढ़ी मांग के मद्देनजर आवास विकास नव्य अयोध्या के नाम से मेगा हाउसिंग कालोनी विकसित करने जा रहा है। नव्य अयोध्या में भूखंडों के लिए पंजीकरण इसी साल जून से खोला जाएगा। पहले गेस्ट हाउस और धर्मशालाओं के निर्माण के लिए इसी साल होली के आस पास पंजीकरण खोला जाएगा। 

    लाटरी के जरिए भूखंडों का आवंटन किया जाएगा

    जून के महीने में नव्य अयोध्या में 10,000 से ज्यादा भूखंडों के आवंटन के लिए पंजीकरण की शुरुआत होगी। संस्थागत भूखडों को अलाभकारी और धार्मिक संस्थाओं को आवासीय भूखंडों से डेढ़ गुनी कीमत पर आवंटित किया जाएगा। पद्म पुरस्कार विजेता या भारत रत्न प्राप्त लोगों को भी अयोध्या में उनकी पसंद का भूखंड आवंटित किया जाएगा। अयोध्या में परिषद आवासीय कालोनी के लिए 1,000 एकड़ जमीन का अधिग्रहण कर रही है। आवेदकों की तादाद को देखते हुए लाटरी के जरिए भूखंडों का आवंटन किया जाएगा।