यूपी में आबकारी आयुक्त की सख्ती और कार्रवाई से विभाग में हडकंप, गैर जनपद की टीमें कर रहीं औचक निरीक्षण

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    -राजेश मिश्र

    लखनऊ : उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) शुरू होने वाले हैं और चुनाव (Elections) के दौरान अवैध शराब की बिक्री और निर्माण के मद्देनजर प्रदेश का आबकारी विभाग (Excise Department) सजग नजर आ रहा है। आबकारी विभाग की सख्ती से जहां जिलों में तैनात विभाग के अफसरों और कर्मचारियों में हडकंप मचा हुआ है, वहीं शराब के इस अवैध कारोबार में लिप्त लोगों में खौफ भी है। चुनाव तैयारियों के मद्देनजर आबकारी आयुक्त द्वारा अभी तक ग्यारह मंडलों का दौरा कर वहां की जमीनी हकीकत को समझा जा चुका है और लापरवाहों पर कार्रवाई भी की जा चुकी है। 

    विगत कुछ माह में आबकारी आयुक्त द्वारा अवैध शराब के कारोबार में संलिपप्तता अथवा जिम्मेदारी में शिथिलता के चलते कई अधिकारियों और इंस्पेक्टरों पर कार्रवाई की गयी है। शामली में एक इंस्पेक्टर को सस्पेंड किया गया है, जबकि दो के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की गई। नोएडा में दो इंस्पेक्टर इसके चलते सस्पेंड किए गए। संभल के जिला आबकारी अधिकारी को मुख्यालय से सम्बद्ध करते हुये एक इंस्पेक्टर को सस्पेंड किया गया और अभी 6 जनवरी को अनियमितता के आरोप में मेरठ और बुलंदशहर की चार दुकानों के खिलाफ एफ़आईआर दर्ज किया गया।         

    विभाग ने अभियान छेड़ रखा है

    अभी तक अवैध शराब के कारोबार की कमर तोड़ने के लिए विभाग ने अपर मुख्य सचिव के निर्देशन और कमिश्नर के निर्देश के क्रम में अभियान छेड़ रखा है। जिसमें हर दिन काफी मात्र में शराब निर्माण में प्रयुक्त होने वाली अवैध सामग्री और नकली शराब बरामद कर इसमें शामिल लोगों में सुसंगत धाराओं में कार्रवाई का क्रम जारी है। इसके अलावा यदि फिर भी शिकायत मिलती है तो वहां पर दूसरे जनपद और मंडल से टीम भेज कर जमीनी हकीकत देखी जा रही है। जिसका उदाहरण पहले शामली में ओवर रेटिंग की शिकायत मिलने पर मेरठ मंडल की टीम भेजकर हकीकत जांची गयी और अब बुलंदशहर में दूसरे जिले की टीम ने जाकर अनियमितता पकड़ी है

    6,900 किलोग्राम शीरा बरामद 

    चुनाव आयोग के निर्देशों को ध्यान में रखते हुए और आबकारी विभाग ने प्रदेश में अवैध शराब की तस्करी के जिले चिन्हित कर उन पर अतिरिक्त फोकस करना शुरू कर दिया है। तस्करों के सम्भावित ठिकानों के अलावा हाईवे, चेक पोस्ट और ढाबों पर भी नजर रखी जा रही है। गाजियाबाद जनपद में अभी हाल ही में विभाग की टीम ने 6,900 किलोग्राम शीरा बरामद किया। 

    लखनऊ में एक शख्स गिरफ्तार 

    साथ ही राजधानी लखनऊ में यूपी एसटीएफ ने अवैध शराब के कारोबार में लिप्त एक शख्स को गिरफ्तार किया और उसके गिरोह का भंडाफोड़ किया। पिछले दिनों विभाग को विभिन्न जिलों व मंडलों से शराब की ओवर रेटिंग की शिकायतें आ रहीं थीं और जिलों में तैनात इसके जिम्मेदार इसको पकड़ पाने में नाकाम दिख रहे थे। इससे निपटने के लिए आबकारी आयुक्त ने एक मंडल के सहायक आयुक्त को दूसरे मंडल में भेज कर औचक निरिक्षण कराने का फैसला किया जिसके परिणाम काफी सकारात्मक मिले। पिछले दिनों आबकारी आयुक्त संथिल पांडियन ने उप आबकारी आयुक्त मेरठ को मुरादाबाद मंडल में औचक निरीक्षण के लिए भेजा था जिसमें  उप आबकारी आयुक्त मेरठ को देशी, विदेशी मदिरा की बिक्री में ओवर रेटिंग की अनियमितता मिली थी और ओवर रेटिंग के खेल में संलिप्त शामली के आबकारी अधिकारियों पर विभागीय कार्रवाई किया गया था।

    आबकारी विभाग की हो रही तारीफ

    इसी क्रम में आबकारी आयुक्त संथिल पांडियन ने बुलंदशहर में ओवर रेटिंग की शिकायत मिलने पर गैर जनपद की टीम भेजी और चार दुकानों में अनियमितता मिली जिस पर विभागीय कार्रवाई की जा रही है और आबकारी निरीक्षक को उसकी संलिप्तता के आधार पर विभागीय कार्रवाई की जायेगी। गौरतलब है कि विगत कुछ माह से आबकारी विभाग द्वारा अवैध शराब के कारोबार की कमर तोड़ने के लिए दबिश का काम अनवरत जारी है। और बड़े पैमाने पर अवैध शराब बनाने के लिए तैयार किये गये लहन और भट्ठियों को मौके पर जहां नष्ट किया गया, वहीँ इसमें विभागीय संलिप्प्ता की जांच कर कार्रवाई भी की गयी। बताते चलें कि चुनाव के समय शराब की बिक्री में बढ़ोत्तर देखी गयी है और इस बीच अवैध शराब के कारोबार में भी वृद्धि देखी गयी है। ऐसे में शराब के अवैध कारोबार और माफियाओं के खिलाफ विभाग द्वारा उठाया गया यह कदम काबिले तारीफ है और एक मंडल व जिले से दूसरे मंडल व जिले में टीम भेज कर शराब की बिक्री की मोनिटरिंग और अवैध शराब के कारोबार की कमर तोड़े जाने के प्रयास को सराहा जा रहा है। माना जा रहा है कि आबकारी विभाग की इस सख्ती से चुनाव के दौरान होने वाली अवैध शराब की बिक्री व अन्य अनियमितताओं पर काबू पाया जा सकता है।