लखनऊ. राजनीतिक लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Vidhansabha Ekection) की लगभग दो महीने लंबी चली कवायद के बाद राज्य की 403 सीटों के चुनाव की मतगणना बृहस्पतिवार सुबह आठ बजे शुरू हो गई। राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला ने बताया कि प्रदेश विधानसभा चुनाव की मतगणना राज्य के सभी 75 जिलों में सुबह आठ बजे शुरू हो गयी।
One Nation One Election is a good suggestion but this needs a change in the Constitution. The Election Commission is fully geared up and is capable of holding all the elections simultaneously. We are ready to hold elections only once in 5 years: CEC Sushil Chandra pic.twitter.com/reixPOoqIl
— ANI (@ANI) March 10, 2022
सबसे पहले डाक मतपत्रों की गिनती हो रही है। उसके बाद इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) में पड़े मतों की गणना की जाएगी। उन्होंने बताया कि मतगणना के लिए प्रदेश के सभी जिलों में कुल 84 केंद्र बनाए गए हैं। इनमें आगरा में पांच, अमेठी, अंबेडकर नगर, देवरिया, मेरठ और आजमगढ़ में दो-दो तथा बाकी जिलों में एक-एक मतगणना केंद्र बनाया गया है।
31,000 new polling booths were created for the Assembly polls. We created 1,900 polling booths that were run by women & large women participation was seen due to this. In 4 out of 5 states, the percentage of female voters were higher than that of male voters: CEC Sushil Chandra pic.twitter.com/wh4snqQkJC
— ANI (@ANI) March 10, 2022
शुक्ला ने बताया कि हर विधानसभा क्षेत्र में एक-एक मतगणना प्रेक्षक तैनात किया गया है। मतगणना के पर्यवेक्षण के लिए दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉक्टर रणवीर सिंह को मेरठ तथा बिहार के मुख्य निर्वाचन अधिकारी एच आर श्रीनिवास को वाराणसी में तैनात किया गया है। किसी भी तरह के विजय जुलूस या रैली पर पूरी तरह से पाबंदी रहेगी। मतगणना स्थल पर कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करने के लिए सैनिटाइजर, मास्क, दस्ताने और थर्मल स्कैनर की व्यवस्था की गई है।
Counting of votes begin for Assembly elections in five States including Uttar Pradesh pic.twitter.com/i27mN8EoIv
— ANI (@ANI) March 10, 2022
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए मतदान 10 फरवरी से सात मार्च के बीच सात चरणों में कराया गया था। चुनाव के नतीजों से यह तय हो जाएगा कि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) प्रदेश में लगातार दूसरी बार अपनी सरकार बना कर कीर्तिमान रचती है या समाजवादी पार्टी (सपा) पांच साल बाद फिर सत्ता में लौटती है, या बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अथवा अन्य कोई दल या गठबंधन सभी को चौंकाते हुए सत्ता शीर्ष पर पहुंचता है।
निर्वाचन आयोग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हर विधानसभा क्षेत्र में पांच मशीनों की वीवीपैट पर्ची की गिनती भी की जाएगी। मतगणना केंद्रों पर वीडियो कैमरा और स्टैटिक कैमरा भी लगाए गए हैं। साथ ही हर केंद्र पर मीडिया सेंटर भी स्थापित किए गए हैं। हर विधानसभा क्षेत्र में पर्याप्त संख्या में सहायक पीठासीन अधिकारियों की तैनाती की गई है ताकि मतगणना का कार्य निर्बाध रूप से पूरा किया जा सके। अधिकारी ने बताया कि सभी मतगणना केंद्रों की त्रिस्तरीय सुरक्षा सुनिश्चित की गई है। इसमें केंद्रीय पुलिस बल, पीएसी तथा राज्य पुलिस बल शामिल है।
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक तमाम मतगणना केंद्रों पर 250 कंपनी केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल तैनात किया गया है। इनमें से 36 कंपनियों को ईवीएम की सुरक्षा में तैनात किया गया है जबकि 214 को मतगणना के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी दी गई है। मतगणना के दौरान कुल 61 कंपनी पीएसी बल भी तैनात किया गया है।
इसके अलावा उत्तर प्रदेश पुलिस के 625 राजपत्रित अधिकारी, 1,807 निरीक्षक, 9,598 दरोगा, 11,627 हेड कांस्टेबल और 48,649 कांस्टेबल को मतगणना के दौरान सुरक्षा में तैनात किया गया है। पिछले सोमवार को सातवें और अंतिम चरण के मतदान के बाद विभिन्न समाचार चैनलों द्वारा दिखाए गए चुनाव बाद सर्वेक्षण में उत्तर प्रदेश में एक बार फिर भाजपा की सरकार बनने का दावा किया गया है। हालांकि उनमें सपा की सीटों की संख्या पहले से अधिक होने की संभावना भी जताई गई है। इसके अलावा बसपा के दहाई के अंक तक सिमट जाने और कांग्रेस को 10 से कम सीटें मिलने का अनुमान व्यक्त किया गया है।